
मेरठ। 20 मार्च को पवन नाम के एक युवक की थाना सरधना क्षेत्र के नानू इलाके में गंगनहर में डूबने की वजह से मौत हो गई थी। बताया जा रहा था कि पवन पानी में खड़े होकर सेल्फी ले रहा था। मृतक के परिजनों का कहना था कि जब पवन की मौत हुई तब स्वाति और उसके दोस्त उसके साथ मौजूद थे और पवन उन्ही के साथ गंगनहर पर पिकनिक मनाने गया था। इस हादसे के बाद पवन के परिजनों ने खूब बवाल काटा था यहां तक कि स्वाति पर पवन की ह्त्या करने का आरोप भी लगाया था। पुलिस जब स्वाति को एसएसपी आफिस पूछताछ के लिए लार्इ थी तो पवन के परिजनों का एसएसपी आफिस के अंदर उसके साथ विवाद हुआ था। पवन के परिजनों ने उसके तीनों दोस्तों के खिलाफ थाने में तहरीर भी दे रखी है। इस पर बुधवार को सीओ संतोष कुमार ने स्वाति समेत पवन के तीनों दोस्तों को पूछताछ के लिए अपने कार्यालय में बुलाया था। पूछताछ के दौरान पवन पक्ष के लोगों को भी वहां होना था, लेकिन वह किसी कारण नहीं आ पाए। इसके चलते सीओ ने उसके दोस्तों को दो दिन बाद फिर से पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन स्वाति यह सब सहन नहीं कर पा रही थी आैर इसके अगले ही दिन उसने ठीक उसी जगह गंगनहर में छलांग लगा दी, जहां पवन डूबा था। अभी तक उसका कोर्इ पता नहीं चल पाया है।
कालेज के लिए घर से निकली थी
स्वाति के परिजनों ने बताया स्वाति रोज की तरह कालेज के लिए घर से निकली थी, लेकिन थोड़ी देर बाद स्वाति का फोन आया की वह गंगनहर पर अपनी जान देने जा रही है। परिजन आनन-फानन में गंगनहर की तरफ दौड़ लगार्इ, लेकिन इससे पहले ही स्वाति गंगनहर में कूद चुकी थी। घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और स्वाति को तलाशते हुए गंगनहर में गोताखोरों को भी लगाया, लेकिन कोई भी कामयाबी नहीं मिली। स्वाति के पिता पीएसी गाजियाबाद में तैनात है।
अपने पर लग रहे आरोपों से थी परेशान
20 मार्च को पवन व उसके दोस्त के साथ स्वाति व उसके साथ अन्य युवती थी। चारों दोस्त सरधना चर्च घूमने गए थे आैर वहां से लौटते हुए नानू का पुल गंगनहर पर रुके थे। बताते हैं कि गंगनहर के किनारे पवन सेल्फी लेते समय फिसल गया आैर गंगनहर में बह गया। अभी तक उसका शव बरामद नहीं हुआ है। इस हादसे के बाद पवन के परिजनों ने दोनों युवतियों व दोस्त के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए सरधना थाने में तहरीर दी थी। परिजनों का कहना है कि उसके दोस्तों ने खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया था या फिर उसे धक्का दिया गया। उनका कहना है कि पवन तैरना जानता था, नशे में उसकी हालत एेसी नहीं थी कि वह तैर सके। इसी आधार पर बुधवार को सीओ सरधना ने पवन के दोस्तों से काफी देर तक पूछताछ की। जिसके चलते सीओ ने दूसरे पक्ष दो दिन बाद बुलाया था। स्वाति पवन के परिजनों के आरोपों से परेशान थी। अपने दोस्त की हत्या पर आरोप उस पर लग रहे थे। तहरीर के आधार पर पुलिस पूछताछ कर रही थी, इसलिए स्वाति परेशान थी। बताते हैं कि इसी परेशानी के चलते उसने उसी जगह से गंगनहर में छलांग लगा दी। हालांकि अभी 24 घंटे बाद भी स्वाति का कुछ पता नहीं लग पाया।
Published on:
13 Apr 2018 12:25 pm
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