
मेरठ। मेरठ के संवेदनशील भूमिया के पुल पर जब एसडीएम और एसपी सिटी पहुंचे तो एक बच्ची दोनों अधिकारियों के पास आई और गुलाब का फूल देते हुए बोली, अंकल प्लीज! हमारे एक्जाम आने वाले हैं, हम स्कूल जाना चाहते हैं। बच्ची के मुंह से ये सुनकर एसपी सिटी मुस्कराए और उसके सिर पर हाथ फेर दिया।
बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद नागरिकता संसोधन कानून के विरोध में शहर में हुए बवाल के बाद अब माहौल शांति की ओर लौटने लगा है। हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे भूमिया के पुल इलाके में भी सोमवार को नई सुबह नजारा बिल्कुल बदला बदला रहा। यहां एसपी सिटी और सिटी मजिस्ट्रेट का गुलाब के फूल देकर स्वागत किया गया। छोटे-छोटे बच्चों ने पुलिस अधिकारियों को फूल भेंट करते हुए जिले में शांति-व्यवस्था कायम कराने के लिए उनका आभार प्रकट किया। इसी के साथ कई दिनों से अपने घरों में कैद बच्चों ने पुलिस से मार्मिक गुहार लगाते हुए कहा कि इस बवाल से उनकी पढ़ाई का काफी नुकसान हो रहा है, इसलिए वह अब स्कूल जाना चाहते हैं। क्षेत्रीय लोगों की अपील पर आज एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह और सिटी मजिस्ट्रेट फोर्स और सिविल डिफेंस के अधिकारियों के साथ भूमिया पुल पर पहुंचे।
बवाल के बाद पुलिस की कार्रवाई से डरे सहमे लोगों को एसपी सिटी ने आश्वस्त किया कि पुलिस सिर्फ बवालियों के खिलाफ की कार्रवाई करेगी, निर्दोष व्यक्ति को कतई परेशान नहीं किया जाएगा। उन्होंने भी स्थानीय लोगों से अपील की वह भी अमन-चैन के साथ खिलवाड़ करने वाले आरोपियों की पहचान कर पुलिस की मदद करें। इसी दौरान आसपास के बच्चों ने शांति बनाए रखने में पुलिस के प्रयासों की सराहना करते हुए एसपी सिटी सहित अन्य अधिकारियों को गुलाब के फूल भेंट किए। एसपी सिटी ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी पढ़ाई किसी भी तरह बाधित नहीं होने दी जाएगी।
Published on:
24 Dec 2019 05:39 pm
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