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मेरठ. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है। एडीजी ने निर्देश दिए हैं कि 50 वर्ष से ऊपर के पुलिसकर्मियों की डयूटी हाॅटस्पाॅट, कंटेनमेंट जोन और बफर जोन में नहीं लगाई जाए। वहीं जो पुलिसकर्मी शुगर और अन्य बीमारी से पीड़ित हैं उनकी ड्यूटी भी प्राथमिकता के आधार पर नहीं लगाई जाए।
कोरोना संक्रमित दारोगा की मौत के बाद एडीजी राजीव सब्बरवाल ने जोन के सभी एसएसपी को निर्देश दिया है कि पुलिसकर्मी फेस मास्क और फेस शील्ड अनिवार्य रूप से लगाएं और सीओ स्तर पर इसे चेक भी किया जाए, ताकि इसमें कोई कोताही न बरती जाए। साथ ही जिन क्षेत्रों में रिस्क ज्यादा है, वहां पुलिसकर्मियों की रैंडम सैंपलिंग की जाए, ताकि उनकी बीमारी का समय रहते पता चल सके।
एडीजी मेरठ जोन ने सभी पुलिसकर्मियों को सैनिटाइजर आदि उपलब्ध कराए जाने के भी निर्देश दिए हैं और ख़ासतौर से हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों में रेगुलर सैनिटाइजेशन कराते रहने को कहा है। साथ ही उन्होंने ये भी निर्देशित किया कि पुरानी बीमारियों वाले पुलिसकर्मियों का ध्यान रखा जाए और उसी आधार पर उनकी तैनाती की जाए। गौरतलब है कि मेरठ में 56 साल के एक पुलिसकर्मी की कोरोना से मौत हुई है। 56 वर्षीय कोरोना वारियर मेरठ के फतेउल्लापुर चौकी के इंचार्ज थे। फतेउल्लापुर चौकी इंचार्ज बलबीर सिंह की की मौत के बाद महकमे में हड़कम्प मचा हुआ है। बलबीर सिंह की मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान मौत हुई है। उनकी मौत के बाद फतेउल्लापुर चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को क्वारेंटीन कर चौकी पर ताला लगा दिया गया है।
Published on:
11 Jun 2020 11:54 am
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