बता दें कि वाहनों की नंबर प्लेट में पारदर्शिता लाने और नंबर प्लेट को लेकर होने वाली धांधली को रोकने के लिए सरकार ने हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (HSRP) को जरूरी कर दिया है। इसके लिए कमर्शियल वाहनों पर एचएसआरपी लगाने की अंतिम तिथि 30 सितंबर निर्धारित की गई थी, जो अब समाप्त हो गई है। मेरठ में परिवहन विभाग के अनुसार, कमर्शियल वाहनों की संख्या लगभग एक लाख हैं। जिसमें अभी तक 30 से 40 हजार वाहनों पर ही एचएसआरपी लगाई गई है। इसके अलावा निजी वाहनों पर 50 फीसद ही एचएसआरपी लगी है। मेरठ में निजी वाहनों की संख्या 6 से सात लाख के बीच है। इस तरह दोनों को मिलाकर लगभग तीन लाख वाहनों में ही एचएसआरपी लगी है। निर्धारित तिथि के बाद एचएसआरपी लगाने में काफी तेजी देखने को मिली है।
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ग्रीन कॉरिडोर के जरिये महज 14 मिनट में दिल्ली बॉर्डर से जेपी अस्पताल पहुंची एम्बुलेंस, बची मरीज की जान आरटीओ मेरठ हिमेश तिवारी ने दी पूरी जानकारी आरटीओ मेरठ हिमेश तिवारी ने बताया कि जिन वाहनों ने 30 सितंबर 2021 अंतिम दिन तक एचएसआरपी लगवाने के लिए आवेदन किया है। उनका आवेदन मान्य होगा। एचएसआरपी लगवाने के लिए लगभग एक माह का स्लाट मिल रहा है। उन्होंने बताया कि जो वाहन स्वामी किसी भी काम से आरटीओ में आए थे। उनके वाहनों पर प्लेट लगा दी गई है। उन्होंंने बताया कि निजी वाहनों पर भी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (एचएसआरपी) की अनिवार्यता है। हालांकि इसके लिए अभी अंतिम तिथि निर्धारित नहीं की गई है। अभी समय है इसलिए वाहन स्वामी अपने वाहनों में यह नंबर प्लेट लगवा लें, ताकि आगे आने वाली परेशानियों से बच सकें। करीब हफ्ते भर से एचएसआरपी लगवाने वालों की संख्या बढ़ी है।
वाहन मालिकों में मची खलबली एक अप्रैल 2019 से पहले खरीदे गए वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अनिवार्य की गई है। इससे वाहन मालिकों में खलबली है। जहां शोरूम व वाहन एजेंसी में भी एचएसआरपी लगवाने वालों की संख्या में 40 फीसद इजाफा हुआ है। वहीं इसके लिए आवेदन करने वालों की भी भीड़ बढ़ गई है। वाहन मालिकों के लिए राहत भरी खबर यह है कि अभी इसकी अंतिम तिथि निर्धारित नहीं है। अभी समय है, जल्द एचएसआरपी लगवा लें। क्योंकि शासन की ओर से 5000 रुपये का जुर्माना वसूलने की तैयारी है।