
मेरठ। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में नियमित बढ़ोतरी दर्शाती है कि जिले में कोरोना चेन पूरी तरह ध्वस्त नहीं हुई है। कुल आंकड़ों की बात करें तो यह संख्या 84 पहुंच गई है। इसी कड़ी में कोरोना से बचाव व इसके प्रभाव को कम करने के लिए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। शास्त्रीनगर और लखीपुरा से बड़ी संख्या में मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग को हॉटस्पॉट इलाकों में सैंपलिंग करने को कहा गया है। इस काम के लिए दस टीमें इन इलाकों में उतारी गई हैं। टीमों द्वारा हॉटस्पॉट इलाकों से जांच के लिए करीब 500 सैंपल लिए जा रहे हैं।
बता दें कि सैंपलिंग का जिले में अभी तक का ये सबसे बड़ा अभियान है। लखीपुरा में पूल टेस्टिंग में पांच मरीजों के मिलने से सामुदायिक संक्रमण का खतरा उभरा है, ऐसे में विभाग हॉटस्पॉट में से रैंडम सैंपलिंग करेगा। बुधवार को विभाग की टीम जलीकोठी समेत अन्य क्षेत्रों से पांच सौ लोगों के सैंपल लेने गई। जिला सर्विलांस अधिकारी डा. विश्वास चौधरी ने बताया कि जिले के हॉटस्पॉट में सैंपलिंग का काम होगा। प्रदेश सरकार ने संक्रमित क्षेत्रों के बफर जोन से रैंडम पूल सैंपलिंग का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि लखीपुरा समेत चार क्षेत्रों से सौ सैंपल जांच के लिए लखनऊ भेजे गए थे, जिसमें लखीपुरा के पांच पॉजिटिव केस सामने आए थे। इसी तर्ज पर स्वास्थ्य विभाग को आशंका है कि अन्य हॉटस्पॉट इलाकों में भी कम्युनिटी संक्रमण का खतरा मंडरा सकता है, इसीलिए जलीकोठी समेत चार क्षेत्रों में विभाग की दस जांच के लिए करीब 500 नमूने ले रही हैं।
Published on:
22 Apr 2020 07:28 pm
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