24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जौहर विश्वविद्यालय पर योगी सरकार का कब्जा, BJP विधायक बोले- आजम खान को करनी का फल मिल रहा है

Highlights: -आजम खान के ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर विश्वविद्यालय पर कोर्ट का फैसला -बोले संगीत सोम आजम ने किया रामपुर की जनता के साथ जुल्म -जौहर विश्वविद्यालय को कब्जे की सरकार ने शुरू की कवायद

2 min read
Google source verification

मेरठ

image

Rahul Chauhan

Jan 17, 2021

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

मेरठ। सपा सांसद आजम खान के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल जौहर विश्वविद्यालय पर योगी सरकार का कब्जा होने पर भाजपा के फायरब्रांड विधायक संगीत सोम ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। संगीत सोम ने कहा कि आजम खान को उनकी करनी का फल मिल रहा है। आजम खान ने जौहर विश्वविद्यालय की नीव गरीबों और मजबूर लोगों की जमीन पर रखी। उन गरीब और मजबूर लोगों की बददुआ आजम खान को लगी है। उन्होंने सांसद होते हुए रामपुर की जनता के साथ गुलामों जैसा व्यवहार किया था। रामपुर की जनता पिछले 20 साल से आजम खान के जुल्मों का शिकार हो रही थी। आज रामपुर की जनता खुले में सांस ले रही है। उनको पता है कि आजम खान के दिन लद गए।

यह भी पढ़ें: खाकी पर फिर लगा दाग, यूपी पुलिस के होमगार्डों ने ही लूटी 30 किलो चांदी

ये है मामला

सपा सांसद आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। गत शनिवार को एडीएम जेपी गुप्ता की कोर्ट से करारा झटका लगा है। कोर्ट ने जौहर ट्रस्ट की 70.05 हेक्टेयर जमीन उत्‍तर प्रदेश सरकार के नाम दर्ज करने का आदेश दिया है। यह जमीन अभी तक आजम खान की जौहर ट्रस्ट के नाम पर थी। तत्कालीन एसडीएम सदर ने जौहर ट्रस्ट मामले में जांच की थी। इस पर एडीएम कोर्ट में वाद दायर कराया गया था। एडीएम जेपी गुप्ता की कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है।

यह भी देखें: राम मंदिर निर्माण की ख़ुशी में धूमधाम से निकाला जलूस

बता दें कि जौहर यूनिवर्सिटी ने नियमों की अनदेखी करते हुए करीब 70 हेक्टेयर से ज्‍यादा जमीन खरीदी थी, जबकि अनुमर्ति सिर्फ 12.5 एकड़ जमीन खरीदने की थी। एडीएम कोर्ट ने जौहर ट्रस्‍ट को नियमों का पालन ना करने का दोषी मानते हुए फैसला सुनाया है। तहसील के अभिलेखों में ये भूमि आजम खान की जौहर ट्रस्ट से काटकर प्रदेश सरकार के नाम पर दर्ज की जाएगी। इस मामले मे शिकायतकर्ता आकाश सक्सेना ने बताया हमने एक वर्ष पहले इस बात की शिकायत की थी।