
पुलिस भर्ती परीक्षा में STF के हत्थे चढ़े कई मुन्ना भाई, नकल का तरीका जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान
मेरठ. लंबे वक्त से बेरोजगारी की मार झेल रहे नौजवानों के लिए 18 और 19 जून का दिन किसी सौगात से कम नहीं था। दरअसल, इस दिन पूरे उत्तर प्रदेश में पुलिस और पीएसी के 41 हजार पदों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित की गई। लेकिन, इस दौरान मेरठ और बुलंदशहर में कई नकलचिनों ने सुरक्षा और चौकसी के सभी इंतजामों को धता बताकर नकल करने में जुट गए। हालांकि, ये नकलची अपने मुहिम में कामयाब होते उससे पहले ही एसटीएफ मेरठ की टीम ने मंगलवार को बडी कार्रवाई करते हुए यूपी पुलिस परीक्षा में नकल का भंडाफोड़ करते हुए 22 सॉल्वर और छात्रों को गिरफ्तार कर लिया। सीओ एसटीएफ ब्रजेश सिंह के अनुसार सभी साॅल्वर हरियाणा के हैं और परीक्षार्थी वेस्ट यूपी के जिलों के रहने वाले हैं। उन्होेंने बताया की साॅल्वर गिरोह ने एक परीक्षार्थी से नकल के नाम पर 4 से 5 लाख रुपये वसूले थे। इनके कब्जे से 26 मोबाइल, 10 लाख रुपये, प्रिंटर, लैपटाॅप और भारी मात्रा में छात्रों के दस्तावेज मिले हैं। वहीं, मेरठ पुलिस ने भी पुलिस परीक्षा के दौरान एक मुन्ना भाई को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
एसटीएफ सीओ ब्रजेश कुमार के मुताबिक, इस गिरोह को कंकरखेड़ा इलाके में एक मकान से पकड़ा गया है। इनका मास्टरमाइंड शकील नाम के शख्स को बताया जाता है, जो बागपत के कुरड़ी गांव का रहने वाला है। शकील का यूपी पुलिस काॅस्टेबल के पद पर हाल ही में चयन हुआ है। शकील ने एक दिन पहले हुई परीक्षा में कई जिलों में अपने साॅल्वर बैठाए थे। शकील का दावा है कि ये साॅल्वर पकड़े भी नहीं गए। शकील ने एसटीएफ को बताया कि करीब 50 छात्रों से सौदा तय हुआ था। हालांकि, वे 10 छात्रों से ही पैसा वसूल पाए थे। यह गिरोह आधार कार्ड पर फोटो बदलकर साॅल्वर को परीक्षा कक्ष में बैठाते थे। इससे पहले इस गिरोह ने रेलवे ग्रुप-डी की परीक्षा में साॅल्वर बैठकर कई छात्रों का चयन कराया है।
वहीं, दूसरी तरफ मेरठ पुलिस द्वारा भी यूपी पुलिस कांस्टेबल की लिखित परीक्षा में सुबह की शिफ्ट में एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। परीक्षा के नोडल अधिकारी एसपी ट्रैफिक संजीव बाजपेई के अनुसार अभी तक की जांच पड़ताल में सामने आया है की अभ्यर्थी दूसरे अभ्यर्थी के नाम पर परीक्षा देने पहुंचा था।
इसके अलावा बुलंदशहर में भी दो परीक्षार्थियों को अनुचित तरीक़े से परीक्षा देते पकड़ कर पुलिस को सौप दिया गया। पुलिस ने दोनों को मुचलके पर रिहा कर दिया। यह पूरा मामला है बुलन्दशहर के डीएवी इंटर कॉलेज का है। दोनों छात्र -छात्रा को कक्ष निरीक्षक ने परीक्षा के दौरान एग्जाम रूम में आपस में आंसर शीट को बदलते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। कक्ष निरीक्षक ने जैसे ही दोनों की आईडी चेक की तो दोनों अभ्यर्थी ष घबरा गए और कक्ष नरीक्षक से छोड़ने अनुरोध करने लगे। पुलिस का कहना है कि दोनों जिला मुरादाबाद के रहने वाले हैं। इन दोनों का एक साथ परीक्षा देने के पीछे के रहस्य की भी अभी जांच चल रही है। दोनों से जब इस बाबत जानकारी ली गयी तो कोई भी सन्तुष्टि परक जवाब नहीं दे पाए। पकडे गए युवक का नाम अंकुर सिंह पुत्र कृपाल सिंह बताया जा रहा है। वह जिला मुरादाबाद के गांव चतरपुर नायक का रहने वाला है।जबकि, युवती भी मुरादाबाद जिले के कांठ क्षेत्र की रहने वाली है। विद्यालय प्रबन्धन ने गलत तरीके से परीक्षा देने के आरोप में पकड़े जाने के बाद दोनों अभ्यर्थियों को शहर कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। दोनों से गहन पूछताछ के बाद कोतवाली पुलिस ने मुचलके पर दोनों को छोड़ दिया है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ सार्वजनिक परीक्षा में अनुचित तरीके से परीक्षा देने के लिए मुकदमा पंजिकृत करके अग्रिम कार्रवाही शुरू कर दी है।
Published on:
19 Jun 2018 08:43 pm
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