7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सुनील राठी को फतेहगढ़ जेल ले जाते समय इस वजह से पुलिसकर्मी रुके थे मेरठ कैंट में

पूर्वांचल के कुख्यात मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या का अारोपी है सुनील राठी

2 min read
Google source verification
meerut

सुनील राठी को फतेहगढ़ जेल ले जाते समय इस वजह से पुलिसकर्मी रुके थे मेरठ कैंट में

मेरठ। बागपत से फतेहगढ़ जेल शिफ्टिंग के समय मेरठ कैंट में लालकुर्ती थाने के सामने सुनील राठी की गाड़ी रुकने का मामला साफ होता जा रहा है। सूत्रों की मानें तो बागपत जेल में कुख्यात मुन्ना बजरंगी की हत्या के आरोपित सुनील राठी को मेरठ कैंट इलाके में एक हिस्ट्रीशीटर से मिलना था। मुलाकात पहले ही तय हो गई थी और राठी की गाड़ी की लोकेशन भी हिस्ट्रीशीटर को बराबर मिल रही थी, लेकिन ऐन मौके पर यह हिस्ट्रीशीटर राठी के पास तक नहीं पहुंच पाया और पुलिस की टीम दो मिनट लालकुर्ती के सामने राठी के वाहन को रोककर वहां से लेकर निकल गई। सूत्रों के अनुसार इस हिस्ट्रीशीटर को एक बैग भी लेकर आना था। दो मिनट तक गाड़ी रोककर हिस्ट्रीशीटर का इंतजार किया गया, लेकिन जब वह नहीं पहुंचा तो गाड़ी आगे चल दी। लोगों का कहना है कि सुनील राठी का वाहन जाने के बाद हिस्ट्रीशीटर वहां पहुंचा, लेकिन कोई वाहन न देखकर वह लौट गया।

यह भी पढ़ेंः मेरठ में मुकदमे की पैरवी करने वालों को धमकियां मिलने का एक आैर मामला आया सामने

यह भी पढ़ेंः गोवंश को पकड़ने का तस्कारों का यह तरीका जानकर हैरान हो जाएंगे आप

कैंट के बंगलों में हिस्टीशीटरों को मिलती है पनाह

मेरठ के कैंट क्षेत्र के अधिकांश बंगलों में सिविलियंस ने कब्जा कर रखा है। इन कब्जेदारों में रसूख और सफेद कुर्ताधारी लोग शामिल हैं। सूत्रों की मानें तो इन्हीं बंगलाें में जरायम पेशे से जुड़े लोगों को संरक्षण भी मिलता है। कई कुख्यात अपराधी यहां पर शरण पा चुके हैं। कैंट क्षेत्र में ही मेरठ के कुख्यात भोपाल सिंह की कोठी थी। उसके यहां भी नामी इनामी बदमाश पनाह पाते थे। एसएसपी राजेश पांडे का कहना है कि सुनील राठी को फतेहगढ़ सेंट्रल जेल ले जाया जा रहा था तो मेरठ पुलिस से सुरक्षा मांगी गई थी। इसके लिए दौराला की सीमा से ही एक वज्र वाहन बुलेटप्रूफ जैकेट से लैस पुलिसकर्मियों के साथ भेज दिया गया था। इसके बाद गाड़ी को कहां रोका गया, क्या हुआ कोई जानकारी नहीं है।

यह भी पढ़ेंः पत्नी की हत्या के बाद उसके अपहरण की बात कहने वाले पति का जब राज खुला तो पुलिस भी रह गर्इ दंग

सुनील राठी को अहम बात करनी थी

सवाल यह है कि यह हिस्ट्रीशीटर सुनील राठी को बैग में क्या देना चाहता था? कहीं ऐसा तो नहीं बैग में मौत का सामान हो। सूत्रों का यह भी कहना है कि कैंट क्षेत्र की एक दुकान से कुछ सामान भी खरीदा गया है। इसी हिस्ट्रीशीटर से सुनील राठी को अहम बात करनी थी, जिसमें सुनील राठी वेस्ट में अपने गैंग की कमान उसे देना चाहता था। दो मिनट की मुलाकात में सारा खेल हो जाता, लेकिन हिस्ट्रीशीटर समय से नहीं पहुंच सका।