
मेरठ। रजापुर गांव में सप्ताह भर पहले बेटे की हत्या में गवाह सावित्री देवी की बदमाशों ने गोली मार दी थी। जिसको गंभीर अवस्था में मेरठ के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां पर तीन दिन जिंदगी और मौत से जूझते हुए वह जिंदगी की जंग हार गई थी। सावित्री की हत्या में अशोक और संजय का नाम प्रकाश में आया था। जिन पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ की ओर से 25-25 हजार रूपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को शुक्रवार को हर्रा से गिरफ्तार कर लिया। इनके साथ एक आैर अभियुक्त सागर को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक देहात राजेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि दोनों ने सावित्री को गोली मारने की बात स्वीकार कर ली है।
भागने की फिराक में थे
थानाध्यक्ष सरूरपुर धर्मेद्र के अनुसार उन्हें सुबह छह बजे सूचना मिली कि सावित्री के दोनों हत्यारोपी आसपास के इलाके में छिपे हुए हैं। दोनों अभियुक्त क्षेत्र से भागने की फिराक में है। उन्होंने थाना पुलिस के साथ सुबह छह बजे सरूरपुर के हर्रा मोड़ के पास दो लोगों को खड़े देखा। पुलिस को देख इन दोनों ने भागने का प्रयास किया तो पुलिस ने घेराबंदी कर इनको पकड़ लिया। पकड़े गए लोगों से पूछताछ में इन्होंने अपना नाम अशोक व संजय निवासी रजापुर थाना सरूरपुर बताया।
हत्या के बाद नहीं मिले पूरे पैसे
पुलिस की पूछताछ में दाेनों ने बताया कि सावित्री की हत्या का सौदा जेल में बंद हत्यारोपी सुमित जाट ने किया था। सावित्री की हत्या का सौदा दो लाख में हुआ था। तय हुआ कि हत्या के बाद दोनों को तय रकम मिल जाएगी, लेकिन सावित्री की मौके पर मौत नहीं होने से सुमित जाट ने गोली बरसाने वालाें को एक पैसा नहीं दिया। पुलिस ने दोनों हत्यारोपियों को कोर्ट में पेश किया। जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।
Published on:
16 Feb 2018 09:02 pm
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