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दो नाबालिग बहनों को रखा गया था यहां, करवाया जाता था यह काम

मेरठ पुलिस आैर एएचटीयू की टीम ने छुड़ाया दोनों बहनों को, छह महीने पहले लायी गर्इ थी  

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मेरठ। नेपाल व बांग्लादेश से लायी गर्इ सीधी-साधी और मजबूर लड़कियों को बहला-फुसलाकर कर मेरठ के रेड लाइट एरिया में लाकर उन्हें जिस्मफरोशी के धंधे में धकेले जाने का एक आैर मामला सामने आया है। नेपाल से छह महीने पहले दो नाबालिग बहनों को यहां लाकर इस धंधे में धकेल दिया गया था। इसके बाद दिल्ली के एक एनजीआे को यहां दोनों बहनों को लाए जाने की सूचना पर पुलिस आैर एएचटीयू की टीम ने कबाड़ी बाजार के रेडलाइट एरिया में छापा मारा आैर दोनों बहनों को मुक्त कराया। इस छापेमारी में कोठे की संचालिका को भी गिरफ्तार किया गया है।

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छह महीने लायी गर्इ थी

ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में रेड लाइट एरिया में दिल्ली की एक एनजीओ टीम ने पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त रूप से छापेमारी करते हुए, तीन लड़कियों को बरामद किया है, इस दौरान कोठा संचालिका को भी गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के मुताबिक करीब 6 माह पहले दोनों चचेरी बहनों को नेपाल से नौकरी दिलाने के बहाने बहला-फुसला कर यहां लाया गया था, तभी से मजबूरी में इस धंधे में लिप्त हैं। फिलहाल दोनों को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है, पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है। एएचटीयू इंस्पेक्टर आसमां माजिद ने बताया कि दिल्ली की एक एनजीआे की सूचना पर कबाड़ी बाजार में पूनम के कोठे पर नेपाल की दो लड़कियाें को बंधक बनाकर रखा हुआ है, इसलिए सीआे ब्रह्मपुरी आलोक भदौरिया के साथ यहां छापा मारा गया।

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