22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Weather Update: तेज गर्मी और भारी बारिश के बाद अब कड़ाके की सर्दी की चेतावनी, तेजी से गिरेगा तापमान

Weather Update: इस बार जिस तरह से तेज गर्मी पड़ी और उसके बाद देर से ही सही लेकिन मानसून के दिनों में भारी बारिश ने जैसे तबाही मचाई अब उसी तरह से कड़ाके की सर्दी की चेतावनी मौसम विभाग ने जारी की है।

2 min read
Google source verification

मेरठ

image

Nitish Pandey

Oct 27, 2021

cold_new_ncr.jpg

Weather Update: शरीर को जला देनी वाली गर्मी के बाद इस बार प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में भारी बारिश ने तबाही मचाई थी। जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों में सैकड़ों लोगों की जान बारिश की वजह से गई। बाढ़ ने तबाही मचाई वो अलग। मानसून की देरी से विदाई के बीच अब मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि इस बार कड़ाके की सर्दी पड़ेगी और यह देर तक रहेगी।

यह भी पढ़ें : हाईकोर्ट बेंच को लेकर मेरठ और प्रयागराज के अधिवक्ता आमने-सामने, मंत्री वघेल जिंदाबाद के नारे लगाकर फूंका पुतला

पड़ सकती है कड़ाके की सर्दी

कृषि अनुसंधान संस्थान के वरिष्ठ कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ. एन सुभाष ने बताया कि इस बार प्रशांत महासागर में ला नीना के चलते उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ सकती है। उन्होंने सामान्य से भी कम तापमान की चेतावनी जारी करने के संकेत दिए हैं। उन्होंने बताया कि ज्यादा कड़ाके की सर्दी का मतलब है कि कई हिस्सों में इसके कारण लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है। दावा किया गया कि कड़ाके की सर्दी का असर पूरे देश में पड़ेगा।

पहाड़ी इलाकों में शुरू हुई जोरदार बर्फबारी

उन्होंने बताया कि ला नीना का असर पिछले कुछ हफ्तों में हुई मौसम की घटनाओं में देखा जा सकता है। भारी बारिश और मानसून की देरी से वापसी दोनों ला नीना से जुड़ हुआ है। उन्होंने बताया कि इसी का असर है कि अब पहाड़ी इलाकों में जोरदार बर्फबारी होनी शुरू हो गई है। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में तापमान पहले ही शून्य से नीचे पहुंच गया है।

तेजी से दर्ज की जा रही है तापमान में गिरावट

बर्फबारी और बेहद खराब मौसम के कारण उत्तराचंल और हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी का असर पश्चिमांचल और एनसीआर पर पड़ेगा। जिससे कड़ाके की ठंड पड़ेगी। 1 से 21 अक्टूबर के बीच सामान्य से 41 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। अकेले उत्तराखंड में सामान्य से पांच गुना अधिक बारिश दर्ज की गई है। यहीं कारण है कि अब तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है।

यह भी पढ़ें : पति ने पत्नी को लगाई आग, प्रेमिका के साथ करवा चौथ मनाने पर हुआ था विवाद