
मेरठ. चौकी पर तैनात एक दरोगा पर दबिश के दौरान युवती के कपड़े फाड़ने का आरोप लगाते हुए मवाना के एक गांव के ग्रामीणों ने एसएसपी कार्यालय पर जमकर हंगामा किया। हंगामे के बाद एसएसपी ने दरोगा को लाइन हाजिर करते हुए उसके खिलाफ जांच बैठा दी है। मवाना क्षेत्र के खेड़ी मनिहार निवासी दर्जनों ग्रामीण एसएसपी कार्यालय पहुंचे और ग्रामीणों के साथ आयी एक युवती ने बताया कि करीब दो माह पूर्व दो छात्र गुटों के बीच मारपीट हो गई थी। आरोप है कि इस मामले में पुलिस की ओर से दर्ज किए गए मुकदमें में उसके भाई प्रवेश पुत्र सुल्लू को भी गलत तरीके से नामजद किया गया था। युवती ने आरोप लगाया कि तभी से मवाना पुलिस दबिश के नाम पर उसके परिवार का उत्पीड़न कर रही है। मवाना खुर्द चौकी इंचार्ज इन्द्रजीत पुलिसकर्मियों के साथ शराब पीकर बुधवार की रात भी उनके घर पहुंचे। आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने घर के बाहर गाली-गलौज करते हुए दरवाजा तोड़ डाला।
इसके बाद घर में घुसकर प्रवेश के विषय में पूछताछ करने पर जब परिजनों ने अनभिज्ञात जताई तो चौकी इंचार्ज ने हंगामा कर दिया। उन्होंने आरोपी की बहन के कपड़े फाड़ डाले। इतना ही नहीं, जब उसने इस बात की शिकायत अधिकारियों से करने की बात कही तो दरोगा ने अपना पिस्टल निकालकर उसकी तरफ तानते हुए जान से मारने की धमकी भी दी। इस पर वह चुप हो गई और दरोगा ने घर में रखा समान को लात मारकर तोड़ दिया। दरोगा ने आंगन में रखे बर्तनों में भी ताल मारी और जाते-जाते धमकी दे गया।
चौकी इंचार्ज की इस हरकत से नाराज ग्रामिणों ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए शनिवार को इन लोोगं ने एसएसपी ऑफिस पहुंचकर जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों के गुस्से और उनके आरोप पर कार्रवाई करते हुए एसएसपी राजेश पांडे ने दरोगा इन्द्रजीत को लाइन हाजिर करते हुए उस के खिलाफ जांच बैठा दी है।
Published on:
12 May 2018 09:50 pm
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