
मेरठ. आज के समय में हर कोई अपने घरों में आरओ लगाना जरूरी समझने लगा है। कहने को तो यह पानी की सफाई कर हमें बीमारी से बचाने का काम करता है। लेकिन, हकीकत इसके उल्ट है। आरओ का पानी बीमारी रोकने में नहीं, बल्कि बीमारी फैलाने में मददगार साबित हो रहा है। यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि, यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट कहती है। इसी को देखते हुए मेरठ में आरओ पानी के नुकसान के बारे में लोगों को जागररूक करने का बीड़ा दिव्यांगों ने उठाया है। इसी कड़ी में मंगलवार को कमिशनरी चौराहा पर लोगों को मिट्टी के मटकों का वितरण किया गया। जिसका उद्देष्य पर्यावरण की सुरक्षा के साथ ही घर में लगे आरओ के पानी के नुकसान के बारे में जानकारी देना था।
दिव्यांग आयूष गोयल एवं पीयूष गोयल निदेशक पर्यावरण एवं स्वच्छता क्लब ने पर्यावरण की सुरक्षा और भीषण गर्मी से राहत दिलाने के उद्देश्य से गरीब एवं वंचित लोगों को पानी के लिए मिट्टी के मटके वितरित किये। आयूष एवं पीयूष गोयल ने बताया कि मिट्टी के मटके का पानी शुद्व, शीतल एवं स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। उनका कहना था कि यह घरों में लगे आरओ पानी से कहीं अधिक फायदेमंद है। उन्होंने सभी लोगों से गरीब एवं वंचित लोगों की यथासंभव सहायता करने एवं बेजुबान पेड़-पौधों, पशु-पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था करने का अनुरोध किया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन मतलब वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के अनुसार पेकिंग वाला बोतलबंद पानी लगातार लंबे समय तक पीने से आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसके लगातार सेवन से आपको हृदय संबंधी विकार, थकान महसूस होना, मानसिक कमजोरी और मांसपेशियों में ऐठन या सिरदर्द जैसे कई रोग हो सकते हैं। पीयूष ने बताया कि आरओ का पानी पीने से मानव शरीर को भारी नुकसान पहुंचता है। शोध से पता चला है कि जब आरो पानी फिल्टर करता है तो वह इस पानी में से अच्छे व बुरे मिनरल्स हो पूरी तरह निकाल देता है, क्योंकि उस मशीन को अच्छे या बुरे मिनरल्स की पहचान नहीं होती है। इस तरह का पानी पीने से आपको फायदे की जगह नुकसान पहुंचाता है।
आरओ का इस्तेमाल वहीं, करना चाहिए। जहां टीडीएस की मात्रा बहुत ज्यादा हो ऐसे क्षेत्रों में आप आरओ की मशीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिनके घरों में आरओ की मशीन लगी है। उन्होंने बीमार बनने का सामान अपने घर में लगा दिया है। लंबे समय तक इसका उपयोग करना वास्तव में नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसलिए जहां तक संभव हो क्लोरीन का इस्तेमाल करें, जिससे पानी में उपस्थित लाभदायक बैक्टीरिया नष्ट नहीं होते और इसकी तुलना में ये काफी सुरक्षित होता है।
नष्ट हो जाते हैं जरूरी तत्व
आरओ का पानी फिल्टर करने में पानी में उपस्थित जरूरी कैल्शियम और मैग्नीशियम 90 प्रतिषत से 99 प्रतिषत तक नष्ट हो जाते हैं। इस तरह का पानी पीने से आपके शरीर में नुकसान होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। यहाँ आपकी जानकारी के लिए बता दें एशिया और यूरोप के कई देश आरओ पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा चुके हैं। इस दौरान आने-जाने वाले लोगों से आरओ के स्थान पर घड़े का पानी पीने की अपील की।
इस मौके पर क्लब के सदस्यों के अतिरिक्त अशोक शर्मा रविंद्र गोयल आदि उपस्थित रहे।
Published on:
01 May 2018 05:46 pm
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