
शराब का ठेका खुलवाने पहुंचे अफसर महिलाआें के तेवरों के सामने हुए पस्त
मेरठ। सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी शराब के ठेके विवाद की वजह बन गए हैं। शासन का निर्देश था कि किसी धार्मिक स्थल के आस-पास या किसी शिक्षण संस्थान के आसपास शराब के ठेके न खोले जाएं, लेकिन मंदिर से कुछ ही दूरी पर शराब का ठेका खोला जा रहा है, जिसको लेकर महिलाआें ने मोर्चाा खोल दिया है आैर यहां धरने पर बैठ गर्इ हैं। प्रशासनिक आैर आबकारी अफसर शराब का ठेका खुलवाने पहुंचे, लेकिन महिलाआें के उग्र तेवर देखकर इनके भी हौंसले पस्त हो गए आैर सामने ही ब्रह्मपुरी थाने में जाकर बैठकर महिलाआें से वार्ता का इंतजार करनेे लगे, लेकिन महिलाएं इनसे बातचीत करने नहीं आयी तो ये बैरंग ही लौट गए।
मंदिर के पास है शराब का ठेका
थाना ब्रह्मपुरी के सामने आैर मंदिर के निकट खुले शराब के ठेके का महिलाआें ने जबरदस्त विरोध किया है। महिलाएं यहां धरने पर बैठ गर्इ हैं। इनकी मांग है कि मंदिर के पास शराब का ठेका नहीं खुलने देंगी। दूसरे दिन सिटी मजिस्ट्रेट शैलेंद्र सिंह, जिला आबकारी अधिकारी चंद्रशेखर व अन्य अफसर ठेका खुलवाने के लिए महिलाआें से बातचीत करने के लिए यहां पहुंचे थे, लेकिन महिलाआें के उग्र तेवर देखकर ये यहां ज्यादा देर नहीं ठहरे आैर ब्रह्मपुरी थाने में जाकर बैठ गए आैर वहां से महिलाआें से बातचीत करने के लिए संदेश भिजवाते रहे, लेकिन महिलाआें ने मना करते हुए कहा कि अफसर बात करने यहीं पर आएं, लेकिन अफसर यहां बात करने नहीं पहुंचे बल्कि महिलाआें को इंतजार करके थाने से ही वापस लौट गए।
एक आैर नया ठेका खोल रहे
महिलाआें का कहना है कि पहले भी यहां एक ठेका था, जिसको बड़ी मुश्किल से कमिश्नर के निर्देश के बाद बंद कराया था, लेकिन अब फिर दोबारा एक और नया ठेका खोला जा रहा है। यह ठेका बिल्कुल ब्रहमपुरी थाने के ठीक सामने खोला जा रहा है। इनका कहना है कि 20 कदम की दूरी पर मंदिर भी है और दूसरा मंदिर 200 मीटर की दूरी पर है, लेकिन उसके बावजूद भी स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से इस ठेके को खोला जा रहा है। ठेका खुलने से मंदिर जाने वाली महिलाओं को छेड़छाड़ जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। यहां तक कि शराब के लिए मंदिर के नल से ही पानी लेकर शराब पीते हैं। अब इन लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर यहां ठेका खोला गया तो वे सामूहिक भूख हड़ताल पर भी बैठ जाएंगे और अगर इस बीच किसी भी प्रदर्शनकारी के स्वास्थ्य पर कोई फर्क पड़ता है तो उसकी जिम्मेदारी सीधी-सीधी प्रशासन की होगी।
Published on:
19 Jul 2018 08:50 am
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