मेरठ। सरकार इस बार संचारी रोगों की रोकथाम के लिए काफी गंभीर है। आगामी गर्मी और बरसात के मद्देनजर अभी से रोगों की रोकथाम की तैयारी में जुट गई है। तभी तो प्रदेश के सभी जिलों में 10 फरवरी से संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा की शुरूआत की गई है। इसके तहत लोगों को बचाव की जानकारी तो दी ही जा रही है साथ ही गांव-देहात में काम करने वाली आंगनबाड़ी, आशा कार्यकत्रियों केा भी बीमारियों से बचाव की जानकारी दी जा रही है। मेरठ में रेडक्रास के तत्वावधान में मंगलवार को एक ऐसी ही कार्यशाला का उद्घाटन किया गया। जिसमें मेरठ की आंगनबाड़ी और आशा कार्यकत्रियों ने भाग लिया। जिसमें बीमारी से बचाव पर चर्चा की गई। कार्यक्रम डीएमओ डा0 सत्यप्रकाश की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। जिसमें 10 फरवरी से शुरू होने वाले संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा अभियान पर चर्चा हुई। उन्होंने लोगों से अभियान को सफल बनाने की अपील की। डा. सत्यप्रकाश ने कहा कि जिले में संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा 10 से 28 फरवरी तक चलाया जाएगा। जानकारी देते हुए बताया कि वायरल, मलेरिया, टीबी, डिप्थीरिया, रैबीज, टिटनेस, एड्स और हैपेटाइटिस सी आदि बीमारियां संचारी रोगों की श्रेणी में आतीं हैं। यह बीमारियां हवा, पानी, दूषित खानेे और मच्छरों के काटने से भी हो सकती है। कहा कि इस बीमारी से बचाव के लिए वर्तमान मौसम में मच्छरों से बचाव को मच्छरदानी का उपयोग अवश्य करें। रेड क्रास के अधिकारियों ने कहा कि अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अलावा जिला पंचायत राज विभाग, जिला कार्यक्रम विभाग, नगर पालिका, कृषि विभाग,पशु पालन, दिव्यांग कल्याण, शिक्षा विभाग का सहयोग भी मिल रहा है। संचारी रोग नियंत्रण अभियान को लेकर मेरठ जिले के सभी सीएचसी केंद्र पर प्रभारियों केा भी कार्यशाला आयोजित करने के लिए कहा गया है। जिसमें प्रभारी ने पखवाड़ा की जानकारी देने के साथ अभियान को सफल बनाने के लिए लोगों से अपील की।