
केपी त्रिपाठी, मेरठ। मेरठ-गढ़ रोड पर स्थित किठौर और शाहजहांपुर का नाम देश ही नहीं विदेशों में भी विख्यात है। मेरठ के ये दोनों कस्बे फल पट्टी के नाम से जाने जाते है। यहां पर आम, लीची, केला, पपीता, अमरूद, आड़ू के अलावा सब्जियों के बड़े बागान हैं। किठौर और शाहजहांपुर के आम तो देश के कोने-कोने में जाता है।यही नहीं विदेशों तक यह आम जाता है। यहां के लोग बाग मालिकों से आम खरीदकर फड़ लगाकर बेचते हैं। मेरठ की इन मंडियों में सफेदा, चैसा, लंगड़ा, गुलाब जामुन, बंबई और दशहरी आम की वैरायटी का जितना भी आम बिकता है उसमें से 40 प्रतिशत मेरठ के इन्हीं दो कस्बों से जाता है। मेरठ के इन दोनों कस्बों के फल किसान काफी समय से फल मंडी बनाए जाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही थी।
जिसके कारण प्रतिवर्ष उनको लाखों का फल रखरखाव के आभाव में खराब हो जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। मेरठ-किठौर विधानसभा से विधायक सतवीर त्यागी ने यहां के किसानों की समस्या सुनीं और मेरठ से लखनऊ तक प्रयास करें। जिसका नतीजा हुआ कि किठौर में फल मंडी का प्रस्ताव सरकार द्वारा पास कर दिया गया। विधायक सतवीर त्यागी ने कहा कि किठौर में जल्द ही फल उत्पादक मंडी की शुरूआत होने जा रही है। इससे यहां के फल उत्पादक किसानों को लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि यह बाग और बागान की पट्टी मानी जाती है। खासतौर से किठौर और शाहजहांपुर के क्षेत्र में।
इस क्षेत्र में फलों के कई एकड़ बाग हैं। उनके फलों की दुर्गति होती है, इसलिए यहां पर एक बड़ी फल उत्पादक मंडी की स्थापना की तैयारी शुरू हो चुकी है। बता दें कि वेस्ट यूपी में किठौर क्षेत्र के शाहजहांपुर की मंडी आम के लिए जानी जाती है। यहां आने वाला आम देश-विदेश तक जाता है। दशहरी, गुलाब जामुन, लंगड़ा, चैसा, राम चेला, बंबई, फजरू लगभग सभी वैरायटी यहां मिल जाती हैं।
Published on:
19 Sept 2019 11:28 am
बड़ी खबरें
View Allमेरठ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
