यही वजह है कि लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस पर 45,000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी पहरा देंगे। वहीं लाल किले के चारो ओर तरफ ऊंची इमारतों पर 2,000 से अधिक स्नाइपर्स को तैनात किए जाएंगे। हालांकि एसएफजे के इस एलान पर दिल्ली पुलिस के बड़े अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और संदिग्धों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। वहीं सुरक्षा एंजेंसियों का कहना है कि एसएफजे द्वारा डर पैदा किया जा रहा है।
बता दें कि एसएफजे ने इनाम का एलान करते हुए ये भी कहा कि 15 अगस्त सिख समुदाय के लिए स्वतंत्रता दिवस नहीं है। 1947 सिर्फ उनके लिए शासकों की अदला-बदली है। साथ ही 1984 सिखों दंगों का जिक्र करते हुए कहा गया है कि सिखों का नरसंहार किया गया है। वहीं पिछले महीने खालिस्तान समर्थक समूह ने कहा था कि वो 15 अगस्त को अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, इटली, जर्मनी, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भारतीय दूतावासों के सामने स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर अलगाववादी एजेंडे ‘रेफरेंडम 2020’ के लिए मतदाता पंजीकरण शिविर का आयोजन करेंगे।