इस पोर्टल के जरिए सहायता मिलने के बाद अमरीका, कोस्टा रिका और ऑस्ट्रेलियाई सहित कई देशों के पर्यटकों ने पर्यटन मंत्रालय के इस पहल का स्वागत किया है। साथ ही लॉकडाउन के दौरान जरूरी सहायता करने के लिए आभार भी जताया है।
Coronavirus: ICMR को जल्द मिलेंगी 7 लाख एंटीबॉडी टेस्ट किट strandedinindia पोर्टल का लाभ उठाने वालों में बिहार के सुपौल में फंसी अमरीकी महिला और दिल्ली में सर्जरी कराने वाला उनका बेटा, मेडिकल टूरिज्म के तहत चेन्नई में सर्जरी कराने वाले कोस्टा रिका के 2 नागरिक और अहमदाबाद में फंसी ऑस्ट्रेलियाई पर्यटक सहित दर्जनों पर्यटक शामिल हैं।
strandedinindia पोर्टल पर पंजीकरण कराने और जरूरी सूचना मिलने के बाद पर्यटन मंत्रालय, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय व अन्य विभागों और विदेशी दूतावासों के बीच तालमेल के जरिए विदेशी पर्यटकों को न केवल सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम किया गया है बल्कि जरूरत के हिसाब से अन्य सुविधाएं मुहैया कराने का काम जारी है।
पर्यटन मंत्रालय इस काम को कुशलतापूर्वक अंजाम देने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं। पर्यटन मंत्रालय के 5 क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारी विदेशी पर्यटकों को जरूरी सुविधा पोर्टल पर ईमेल, टेलीफोन कॉल, मैसेज व अन्य जानकारी के आधार करा रहे हैं।
लोकपाल सदस्य एके त्रिपाठी पाए गए coronavirus पॉजिटिव, AIIMS के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती इस पोर्टल पर विदेशी पर्यटकों से जरूरी सूचना मिलने के बाद संबंधित एजेंसियों के बीच तालमेल बैठाकर इस काम को अंजाम दिया जा रहा है। इस योजना के तहत विदेशी पर्यटकों को वीजा, आवागमन की सुविधाओं, सुरक्षित स्थानों पर ठहरने के साथ अन्य जानकारी भी मुहैया कराए जा रहे हैं।
बता दें कि 31 मार्च को पर्यटन मंत्रालय ने www.strandedinindia.com पोर्टल की शुरूआत की थी। इसका मकसद COVID—19 और लॉकडाउन की वजह से भारत के विभिन्न हिस्सों में फंसे विदेशी पर्यटकों की पहचान करना और जरूरी सहायता मुहैया कराना है।