
Glenmark Pharmaceuticals antiviral COVID-19 tablet Favipiravir
मुंबई। देश में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए अच्छी खबर है। सबकुछ सही रहा तो जल्द ही COVID-19 के इलाज की दवा भारत में मिल जाएगी। दरअसल ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स ने इस महामारी से बचाव के लिए एंटीवायरल टैबलेट फेविपिरवीर ( Favipiravir ) पर क्लीनिकल परीक्षण का तीसरा चरण शुरू कर दिया है। ऐसा करने वाली यह देश की पहली कंपनी बन गई है।
ग्लेनमार्क ने अप्रैल के अंत में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से इसकी स्वीकृति प्राप्त की थी। Favipiravir जापान में Fujifilm Toyama Chemical Co Ltd के Avigan का एक जेनेरिक वर्जन है।
मंगलवार को कंपनी द्वारा जारी एक एक बयान में कहा गया, "क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो गया है और भारत के 10 प्रमुख सरकारी और निजी अस्पतालों को इसके अध्ययन के लिए शामिल किया जा रहा है। ग्लेनमार्क का अनुमान है कि जुलाई या अगस्त तक यह अध्ययन पूरा हो जाएगा।"
ग्लेनमार्क ने अपनी इन-हाउस रिसर्च एंड डेवलपमेंट टीम के माध्यम से सक्रिय फार्मा घटक (एपीआई) और उत्पाद के लिए इसके यौगिकों को सफलतापूर्वक विकसित किया है। Favipiravir इन्फ्लूएंजा वायरस के खिलाफ कारगर होती नजर आई है और नोवेल इन्फ्लूएंजा वायरस संक्रमण के उपचार के लिए जापान ने इसे अनुमति दी है। अगर इस मॉलीक्यूल का व्यवसायीकरण किया जाता है तो भारत में इसका ब्रांड नाम FabiFlu के रखा जाएगा।
ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स में ग्लोबल स्पेशियलिटी/ ब्रांडेड पोर्टफोलियो के उपाध्यक्ष और क्लीनिकल डेवलपमेंट की प्रमुख मोनिका टंडन ने कहा, "ग्लेनमार्क समेत बाहर के तमाम स्वास्थ्य और चिकित्सा विशेषज्ञ, COVID-19 मामलों में Favipiravir के प्रभाव को देखने के लिए उत्सुक हैं।" हम मानते हैं कि अध्ययन के परिणाम महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि वर्तमान में वायरस के लिए कोई प्रभावी उपचार नहीं है। इन परीक्षणों से हमें जो डेटा मिलेगा, वह हमें COVID-19 उपचार और प्रबंधन के संबंध में एक स्पष्ट दिशा दिखाएगा।"
ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स में इंडिया फॉर्म्युलेशन, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका के अध्यक्ष सुजेश वासुदेवन ने कहा, "हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द COVID-19 मरीजों के लिए इलाज शुरू किया जाए और महामारी के प्रसार को नियंत्रित किया जाए। हम यह सब करने के लिए प्रयास करेंगे। यदि देश में क्लीनिकल परीक्षण सफल रहता है तो इसकी पहुंच सुनिश्चित करेंगे।"
भारत में ग्लेनमार्क ऐसी पहली दवा कंपनी थी जिसे COVID-19 रोगियों पर परीक्षण शुरू करने के लिए DCGI द्वारा स्वीकृति दी गई थी। स्वीकृत क्लीनिकल ट्रायल प्रोटोकॉल के मुताबिक COVID-19 के हल्के या मध्यम लक्षणों वाले 150 रैंडम मरीजों को 1: 1 अनुपात में इस दवा के साथ स्टैंडर्ड सपोर्टिव केयर या स्टैंडअलोन स्टैंडर्ड सपोर्टिव केयर प्दान किया जाएगा। इलाज की अवधि अधिकतम 14 दिन है और अध्ययन की कुल अवधि रैंडम ढंग से अधिकतम 28 दिन होगी।
Updated on:
12 May 2020 01:21 pm
Published on:
12 May 2020 01:14 pm
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