नई दिल्लीPublished: Nov 20, 2020 06:27:20 pm
विकास गुप्ता
- आरटीआई कार्यकर्ता ने मांगी थी आर्थिक भगोडों की जानकारी ।
- आर्थिक भगोड़े सनी कालरा और विनय मित्तल को अब तक सिर्फ भारत लाया जा सका है।
- वित्त राज्यमंत्री एस.पी. शुक्ला ने लोकसभा में 72 भारतीयों पर धोखाधड़ी या वित्तीय अनियमितताओं के आरोप की जानकारी दी थी।
मुंबई । सूचना के अधिकार (आरटीआई) के जवाब में केंद्र ने ये बात स्वीकार की है कि 72 फरार आर्थिक अपराधियों में से सरकार पिछले लगभग छह वर्षों में केवल दो को भारत लाने में सफल हो पाई है । सरकार ने 4 जनवरी 2019 को सभी 27 व्यवसायियों के नाम प्रस्तुत पेश किए थे, जिन्होंने 2015 से बैंक ऋण या अन्य आर्थिक अपराधों पर डिफॉल्टर घोषित किया गया था। 5 फरवरी, 2020 को वित्त राज्यमंत्री एस.पी. शुक्ला ने लोकसभा में बताया कि वर्तमान में कुल 72 भारतीयों पर धोखाधड़ी या वित्तीय अनियमितताओं के आरोप हैं जो विदेश में हैं और उन्हें देश वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।