
Assam flood से 26 लाख से ज्यादा प्रभावित, अब तक 89 की लाख लोगों की मौत
नई दिल्ली। एक ओर जहां पूरे देश को कोरोना वायरस ( Coronavirus in india ) ने अपनी चपेट में ल रखा है, वहीं देश के कई राज्यों में बाढ़ ( Flood in India ) से बुरा हाल है। बाढ़ से सबसे प्रभावित हिस्सों में पूर्वोत्तर का राज्य असम ( Assam Flood ) है। यहां राज्य के 26 जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। आलम यह है कि बाढ़ की वजह से असम में ( Flood in Assam ) अब तक 89 लोगों की मौत हो चुकी है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ( Assam State Disaster Management Authority ) के मुताबिक, असम में बाढ़ से Barpeta, Dibrugarh, Kokrajhar, Bongaigaon and Tinsukia में सबसे ज्यादा असर हुआ है। यहां करीब 26,31,343 लोग प्रभावित हुए हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार ब्रह्मपुत्र में आए उफान की वजह से 2,525 गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। जिससे खेतों में खड़ी 1,15,515.25 हेक्टेयर फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। बाढ़ का यह कहर इंसानों पर ही नहीं, बल्कि पशुओं और जानवरों पर भी भारी पड़ रहा है। आलम यह है कि काजीरंगा नैशनल पार्क में 120 जानवर काल के गाल में समा चुके हैं। हालांकि 147 को जानवरों को सुरक्षित बचा लिया गया है। जानकारी के अनुसार पार्क का 80 प्रतिशत हिस्सा पूरी तरह से पानी में डूब चुका है। प्रशासन की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए 391 राहत कैंप बनाए गए हैं, जिसमें 45,281 लोगों ने शरण पाई है।
वहीं, बिहार में बाढ़ का पानी अब नए क्षेत्रों में प्रवेश कर रहा है, जिससे बाढ़ का दायरा बढ़ता जा रहा है। राज्य के 10 जिले के 6़.50 लाख लोग बाढ़ से त्रस्त हुए हैं। इस बीच, राज्य में गंगा को छोड़कर सभी नदियां अपने रौद्र रूप में बह रही हैं, जिससे लोगों में भय व्याप्त है। गोपालगंज में मंदिर-मस्जिद, स्कूल-मदरसा सभी बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। बाढ़ से घिरे लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ लगातार जुटी हुई हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है।
नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 10 जिले सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पश्चिम चम्पारण, खगड़िया एवं पूर्वी चम्पारण के कुल 55 प्रखंडों की 282 पंचायतें बाढ से प्रभावित हुई हैं। बाढ़ से राज्य की करीब साढ़े छह लाख की आबादी बुरी तरह प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि सुपौल, पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण में दो-दो, गोपालगंज में तीन और खगड़िया में एक राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावे बाढ़ प्रभावित इलाकों में 134 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं।
इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में एक गर्भवती महिला ने 15 किमी दूर अस्पताल जाने के लिए बीजापुर के गोरला में अपने परिवार की मदद से एक बर्तन में नदी पार की। दरअसल, मजबूर परिवार को ऐसा सड़क / पुल न होने की वजह से करना पड़ा। महिला ने बाद में बच्चे को जन्म दिया। परिवार ने चिकित्सा लापरवाही का आरोप लगाया है।
Updated on:
23 Jul 2020 04:19 pm
Published on:
23 Jul 2020 04:09 pm
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