
Labanon की राजधानी Beirut में बंदरगाह के पास एक वेयरहाउस में भयकर धमाके में 135 से ज्यादा लोगों की मौत हुई।
नई दिल्ली। एक दिन पहले लेबनान की राजधानी बेरूत ( Beirut ) में बंदरगाह के पास एक वेयरहाउस में भयंकर धमाके ( Big bang ) में 135 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। 5000 हजार से ज्यादा से ज्यादा लोग घायल हैं। इस मामले में अब ये जानकारी छनकर सामने आई है कि जिस वेयरहाउस में धमाका हुआ है उसमें पिछले 6 साल से जब्त किया गया अमोनियम नाइट्रेट ( ammonium nitrate ) रखा जा रहा था।
धमाका इतना ज़बरदस्त था कि उसकी आवाज 240 किलोमीटर दूर साइप्रस तक में सुनाई दी। धमाके के बाद यह घटना लेबनान ( Labanon) के लिए नई संकट ( New Crisis) में डालने वाला साबित हो सकता है। इसलिए एक बार फिर इस बात की चर्चा जोरो पर हैं कि आखिर अमोनियम नाइट्रेट क्या है जिसकी वजह से इतनी बड़ी तबाही मची।
विस्फोटक और जहरीली गैस है अमोनिया नाइट्रेट
अमोनिया नाइट्रेट एक तीक्ष्ण गंध वाली रंगहीन गैस होती है। यह हवा से भी हल्की होती है। इसको बनाने के लिए यूरिया, अमोनियम सल्फेट, अमोनियम फास्फेट, अमोनियम नाइट्रेट व अन्य रासायनिक खादों का उपयोग किया जाता है। अमोनिया नाइट्रेट जलीय घोल को लिकर अमोनिया कहा जाता है। अमोनिया के उत्पादन में चीन का स्थान नंबर एक पर है और भारत का स्थान नंबर दो पर है।
खतरनाक क्यों?
जानकारी के मुताबिक थोड़ी सी भी ज्यादा मात्रा में अमोनिया सूंघने पर जान जा सकती है। हवा में अमोनिया की उच्च सांद्रता का एक्सपोजर नाक, गले और श्वास नली के जलने का कारण बनता है। अमोनिया औद्योगिक क्लीनर के साथ संपर्क आने पर त्वचा की जलन, आंखों के लिए हानिकारक या अंधापन सहित गंभीर घाव का कारण बन सकता है।
विस्फोटकों में यह आक्सीकारक के रूप में काम करता है। ANFO नामक प्रसिद्ध विस्फोटक का यह प्रमुख घटक है। विस्फोटक के रूप में इसका प्रयोग करने यह काफी खतरनाक होता है।
संपर्क में आने पर क्या करें?
किसी उद्योग या अमोनिया टैंक से अमोनिया का रिसाव होकर यदि अचानक अमोनिया वातावरण में फैल जाए तो आंख तथा चेहरे को काफी अधिक पानी से धोना चाहिए। अमोनिया जल में अति विलेय है इसलिए चेहरे को जल से धोने से यह घुलकर अलग हो जाती है।
पहले भी हो चुके हैं हादसे
बता दें कि अमोनियम नाइट्रेट की वजह से पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। 2013 में अमरीका ( America ) के टेक्सास में एक फर्टिलाइजर प्लांट में धमाका हुआ था। जिसकी वजह से करीब 15 लोगों की मौत हुई थी। 2001 में फ़्रांस के टुलूज में भी एक केमिकल प्लांट में धमाका हुआ था। इस हादसे में 31 लोग मारे गए थे।
Updated on:
06 Aug 2020 07:32 pm
Published on:
06 Aug 2020 07:29 pm
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