गर्भवती महिलाओं को लेकर बड़ा दावा रिपोर्ट्स के अनुसार, NTAGI की सिफारिशों को कोरोना वायरस के लिए गठित नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप के पास भेजा जाएगा। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को लेकर बड़ा दावा किया गया है। पैनल के अनुसार गर्भवती महिलाएं वैक्सीन का चुनाव कर सकती है। स्तनपान कराने वाली महिलाएं डिलीवरी के बाद वैक्सीन लेने के लिए तैयार होगी। NTAGI ने सलाह दी है SARS-CoV2 से पीड़ित होने वाले लोगों को टीकाकरण 6 माह के लिए टालना चाहिए।
दूसरी बार लिया गया है फैसला गौरतलब है कि कोविशील्ड के दो डोज के बीच अंतराल को लेकर लंबे समय से चर्चा जारी है। तीन माह में यह दूसरी बार है, जब इस वैक्सीन के डोज के बीच अंतराल को बढ़ाने की सिफारिश कर गई है। मार्च में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को ये गैप 28 दिनों से 6-8 हफ्तों तक के लिए करने को कहा गया था।
कई राज्यों में वैक्सीन की कमी भारत में 16 जनवरी को टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी। पहले ये 45 की आयुवर्ग के ज्यादा उम्र के लोगों को दिया गया। अब इसे 18 से 45 के बीच के आयुवर्ग को दिया जा रहा है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने कोरोना वैक्सीन कोविडशील्ड और कोवैक्सीन को लगाने की अनुमति दी। मगर तीन माह बाद कई राज्यों में वैक्सीन की कमी देखने को मिली। केंद्र और राज्य सरकारों के बीच सप्लाई को लेकर तनाव जारी है। देश में अब तक 17.5 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी हैं।