25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जल्द हो सकता है बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान, ऑनलाइन वोटिंग की दिशा में बढ़ा पहला बड़ा कदम

Highlights. - कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की वजह से चुनाव आयोग (Election Commission of India) इस चुनाव में मतदान से जुड़ी कुछ प्रक्रियाओं में बदलाव करेगा - मतदान केंद्रों (Polling Booths) पर वोटरों की संख्या 15 सौ से घटाकर एक हजार होगी, 40 प्रतिशत ज्यादा होंगे मतदान केंद्र - सर्विस वोटरों (Service Voters) को पहली बार बैलेट पेपर (Ballot Paper) डाक की जगह ऑनलाइन मिलेगा, मोबाइल ऐप पर मिलेगी पर्ची

2 min read
Google source verification
sunil arora

चुनाव आयोग मतदान से जुड़ी कुछ प्रक्रियाओं में बदलाव करेगा.

नई दिल्ली।

बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) की तारीखों का ऐलान अगले हफ्ते हो सकता है। मुख्य चुनाव आयुक्त (Chief Election Commissioner of India) ने इसके संकेत देते हुए बताया कि चुनाव आयोग की एक टीम बिहार जाने वाली है। वहीं, इस बार कोरोना महामारी की वजह से चुनाव से जुड़ी प्रक्रियाओं और मानकों में कुछ बदलाव भी किए जाएंगे, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग यानी सामाजिक दूरी का पालन किया जा सके।

मुुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के मुताबिक, बिहार चुनाव की स्थिति को लेकर दो उप चुनाव आयुक्तों ने समीक्षा की है। कोरोना महामारी को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी होगा। इसको देखते हुए एक मतदान केंद्र पर अधिकतम मतदाताओं की संख्या 15 सौ से घटाकर एक हजार की जाएगी। इस वजह से मतदान केंद्र करीब 40 प्रतिशत बढ़ जाएंगे। बिहार में करीब 7.29 करोड़ मतदाता हैं। 40 प्रतिशत मतदान केंद्रों की संख्या बढऩे से 65 हजार से बढक़र एक लाख हो जाएगी। इस बदलाव को अमल में लाने के लिए व्यवस्था भी बढ़ानी होगी।

अरोड़ा का कहना है कि कोरोना महामारी की वजह से सिर्फ भारत ही नहीं कई और देश के चुनाव आयोग मुश्किल भरे दौर से गुजर रहे हैं। इस कोरोना संकट के दौर में चुनाव कराना बड़ी चुनौती है। खासकर, भारत के लिए ज्यादा मुश्किल इसलिए भी है, क्योंकि यहां मतदाताओं की संख्या बहुत ज्यादा है। भौगोलिक और भाषिक विविधता इसमें ज्यादा महत्वपूर्ण चुनौती है। बिहार में पिछले विधानसभा चुनाव यानी वर्ष 2015 में कुल मतदाताओं की संख्या 6.7 करोड़ थी। पांच साल बाद वर्ष 2020 में यह बढक़र 7.29 हो गई है।

माना जा रहा है कि नई मतदान व्यवस्था के तहत बिहार के करीब डेढ़ लाख सर्विस वोटरों के लिए इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट मैनेजमेंट सिस्टम (ईटीपीबीएमएस) की शुरुआत की जा रही है। रजिस्टर्ड सर्विस वोटरों को उनका बैलेट पेपर ऑनलाइन मोबाइल ऐप से उपलब्ध कराया जाएगा। उस जगह पर बैलेट प्रिंट कराया जाएगा। इसके बाद इच्छित उम्मीदवारर को वोट देकर बैलेट निर्वाचन अधिकारी को भेजा जा सकेगा। इससे अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र के सर्विस वोटरों को मदतान के लिए अब डाक विभाग बैलेट मिलने का इंतजार खत्म होगा। साथ ही, नाम-पता जैैसी कई और गलतियों से भी निजात मिलेगी। बिहार में इस समय एक लाख 60 हजार 422 सर्विस वोटर हैं। इस प्रक्रिया को ऑनलाइन वोटिंग की दिशा में पहला कदम माना जा रहा है। छोटे स्तर पर सर्विस वोटरों के लिए यह सुविधा लागू होने से भविष्य में इस पर आगे बड़ा कदम बढ़ाना आसान होगा।


बड़ी खबरें

View All

विविध भारत

ट्रेंडिंग