सरकारी घोषणा के अनुसार अब न तो सामूहिक रूप से नमाज पढ़ी जा सकेगी और न ही सावन के माह में शिव मंदिरों में आने वाले श्रद्धालु एकत्रित हो सकेंगे। पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने सभी पुलिस अधीक्षकों तथा अन्य आला अधिकारियों के साथ मीटिंग कर उन्हें नियमों की पालना सख्ती से कराने का निर्देश दिया है। बकरीद की नमाज केवल घरों में ही पढ़ी जा सकेगी, किसी भी ईदगाह अथवा मस्जिद में सामूहिक नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं होगी। इसी तरह सावन के महीने में लगने वाले मेले पर भी पाबंदी लगा दी गई है। मंदिरों में कांवड़ ले जाने वाले श्रद्धालु भी कांवड नहीं ले जा सकेंगे। इसके साथ ही सावन महोत्सव से जुड़े सभी कार्यक्रमों पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।
बिहार सरकार ने आम जनता से अपील करते हुए कहा है कि सभी लोग अपने घरों में ही नमाज अदा करें और पूजा-अर्चना करें। मंदिरों में केवल पुजारी ही पूजा और आरती कर सकेंगे। सरकारी अधिकारियों ने जनता से अपील करते हुए उन्हें स्वयं की तथा अन्य की सुरक्षा का ध्यान रखने का भी आग्रह किया है। उल्लेखनीय है कि इस समय पूरी दुनिया में एक बार फिर से कोरोना के केसेज बढ़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है। भारत में भी अगस्त माह तक कोरोना की तीसरी लहर के आने की भविष्यवाणी की जा रही है। ऐसे में सभी राज्यों की सरकारें तथा केन्द्र सरकार सभी संभावित परिस्थितियों से निपटने के लिए पहले से ही तैयारी कर रहे हैं।