राहुल गांधी ने कसा तंज, कहा- किसानों के प्रति सरकार के रवैये से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि खराब हुई गौरतलब है कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन बीते दो माह से भी अधिक समय से जारी है। ऐसे में दिल्ली के सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है। गौरतलब है कि 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के बाद किसान आंदोलन सुस्त पड़ा हुआ था। मगर जब मीडिया के सामने राकेश टिकैत रोए तो इसने आंदोलन में दोबारा जान डाल दी।
कृषि कानून के खिलाफ हरियाणा और पंजाब से किसान बड़ी संख्या में दोबरा से दिल्ली सीमा की ओर आने लगे। दोबारा किसी तरह की हिंसा से बचने के लिए पुलिस ने सीमा पर बैरिकेड्स और तार के बाड़ लगा दिए। यहां तक की सड़कों पर कीलें बिछा दी गईं ताकि किसान दिल्ली में न घुस सकें।