
CBI घूसकांड: SC में डायरेक्टर आलोक वर्मा की याचिका पर सुनवाई आज
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई में धूसकांड सामने आने के बाद से घमासान मचा है। केंद्र सरकार द्वारा इस मामले में सीबीआई के दोनों सुपर बॉस को फोर्स लीव भेजने के बाद यह मामला शीर्ष अदालत में पहुंच गया है। छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा और एक एनजीओ द्वारा दाखिल याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट थोड़ी देर सुनवाई शुरू होने की संभावना है। इन दो मुख्य याचिकाओं के अलावा सुप्रीम कोर्ट वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण द्वारा दाखिल याचिका पर भी विचार कर सकता है। बता दें कि सीबीआई से जुड़े सभी मामलों की सुनवाई प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायाधीश एसके कौल एवं न्यायाधीश केएम जोसेफ की पीठ करेगी। इन याचिकाओं में नागेश्वर राव को सीबीआई का अंतरिम डायरेक्टर बनाने का भी विरोध किया गया है।
मोदी सरकार के फैसले का विरोध
सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा ने अपनी याचिका में सीबीआई के डायरेक्टर पद से हटाने के सरकार के फैसले का विरोध किया है। वर्मा ने अपनी याचिका में कहा है कि केंद्र सरकार सीबीआई की स्वायत्तता को संकट में डाल रही है और उसके कामकाज में दखल दे रही है। इससे जांच के काम प्रभावित होंगे। कई अहम मसलों पर जांच जारी था। लेकिन सरकार के इस दखलंदाजी से ऐसे मामले प्रभावित होंगे। इसी मामले में प्रशांत भूषण ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट से अपनी याचिका में कहा है कि सीबीआई कथित राफेल घोटाला मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है। इसलिए उसे पर इसपर कार्रवाई का आदेश दिया जाए।
जांच से डरते हैं पीएम
आपको बता दें कि सीबीआई में सामने आए घूसकांड के बाद सीवीसी की सिफारिश पर केंद्र सरकार ने डायरेक्टर आलोक वर्मा, स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया था। विपक्षी पार्टियां आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजे जाने का कड़ा विरोध कर रही हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बताया है कि पीएम मोदी रफाल सौदे की जांच कराने से डर गए हैं। उन्हें लगता है कि जांच में कुछ निकल आया तो जनता जान जाएगी। हमारी मांग है कि सरकार रफाल सौदे की जांच कराए।
Updated on:
26 Oct 2018 11:16 am
Published on:
26 Oct 2018 10:21 am
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