2018 में कथित भ्रष्टाचार की जांच शुरू हुई इससे पहले पूर्व सीएम ने करीब तीन साल तक जेल में काटा। CBI की आर्थिक अपराध शाखा ने जनवरी, 2018 में कथित भ्रष्टाचार के मामले में लालू और रियल एस्टेट डेवलपर DLF समूह के खिलाफ प्रारंभिक जांच शुरू की थी। लालू यादव पर आरोप लगे थे कि डीएलएफ समूह मुंबई बांद्रा स्टेशन के अपग्रेडेशन और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन प्रोजेक्ट को हासिल करने की कोशिश में लगा हुआ था। इस दौरान उन्हें कथित रिश्वत के तौर पर दक्षिणी दिल्ली के एक पॉश ऐरिया में संपत्ति खरीदकर दी थी।
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WHO की सूची से कोवैक्सीन अभी भी बाहर, विदेशों में आवाजाही पर पड़ सकता है असर 5 करोड़ की कीमत वाला फ्लैट खरीदा आरोप लगा है कि एबी एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड नाम की शेल कंपनी ने दक्षिणी दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में 5 करोड़ की कीमत वाला फ्लैट खरीदा था। वहीं वास्तविक सर्किल रेट के आधार पर संपत्ति की कीमत 30 करोड़ रुपये तक आंकी गई। ये कंपनियां डीएलएफ होम डेवलेपर्स द्वारा फंडेड थी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार साल 2011 में परिवार ने कथित तौर पर एबी एक्सपर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के शेयरों को मात्र 4 लाख रुपये में ट्रांसफर कर लिया था। इस कारण यह 5 करोड़ की संपत्ति के मालिक बन गए थे। दो साल की जांच के बाद इस मामले की पड़ताल को बंद करना पड़ा।