
कृषि सुधारों का लाभ निवेश के रूप में भारत को मिलेगा।
नई दिल्ली। कृषि सुधारों के विरोध में देशभर में जारी किसान आंदोलन दुनियाभर में सुर्खियों में है। इस मुद्दे पर रिहाना और थनबर्ग की टिप्पणी के बाद मामले को तूल पकड़ता देख यूएस स्टेट डिपार्टमेंट ने बयान जारी कर अमरीका का पक्ष साफ कर दिया है।
अमरीकी स्टेट डिपार्टमेंट स्पॉक्स ने आधिकारिक बयान में कहा है कि हम शांतिपूर्ण विरोध को संपन्न लोकतंत्र की पहचान के रूप में देखते हैं। भारतीय सुप्रीम कोर्ट की भी इस मुद्दे पर यही राय है। हम इसका सम्मान करते हैं।
कृषि क्षेत्र में निवेश को मिलेगा बल
यूएस स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा कि हम मतभेदों को प्रोत्साहित करते हैं। इसका हल बातचीत के माध्यम से निकालने का काम करते हैं। अमरीका ऐसे कदमों का स्वागत करता है जो भारत के बाजारों की दक्षता में सुधार करेंगे। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा कि कृषि सुधारों से निजी क्षेत्र के निवेश को बल मिलेगा। इसका सीधा लाभ भारत को मिलना तय है।
बॉलीवुड का रूख रिहाना और थनबर्ग को लेकर सख्त
बता दें कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन पर पॉप सिंगर रिहाना और पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग की टिप्पणी के बाद से भारत में इस मुद्दे को लेकर सियासी बवाल मचा है। बॉलीवुड स्टार्स, राजनीतिक दलों नेताओं व अन्य लोगों ने रिहाना और थनबर्ग की टिप्पणी को गैर जिम्मेदाराना बयान माना है। इस ट्विट को भारतीय मामलों हस्तक्षेप करार देते हुए सख्त आलोचना जारी है। स्वर कोकिला लता मंगेशकर, विराट कोहरी, कंगना रनौत, अक्षय कुमार, अजय देवगन, अनुपम खेर सहित कई भारतीय दिग्गजों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
Updated on:
04 Feb 2021 08:24 am
Published on:
04 Feb 2021 08:17 am
बड़ी खबरें
View Allविविध भारत
ट्रेंडिंग
