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कोरोना से उबरकर लौटे आप विधायक सौरभ भारद्वाज, कहा- जवान और फिट रहने वाले भ्रम में न रहें

आप विधायक ने कहा कि आपको कोरोना से डरना चाहिए कि ये किसी को भी कितना भी बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है।

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Mohit Saxena

May 08, 2021

saurabh bhardwaj

saurabh bhardwaj

नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ जंग जीतकर लौटे आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक सौरभ भारद्वाज ( Saurabh Bhardwaj) ने मीडिया से बातचीत में अपने अनुभव साझा किए। उनका कहना है कि कोरोना को हल्के में लेना सही नहीं हैं। इस बार कोरोना ने किसी भी आयु वर्ग को नहीं छोड़ा है। जवान और फिट रहने के भ्रम को इसने तोड़ दिया है।

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ऑक्सीजन का लेवल कम हो रहा था

आप नेता ने बताया कि उनमें अभी भी काफी कमजोरी है। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्‍होंने कहा कि मेरे फेफड़े अपनी पूरी क्षमता से काम नहीं कर पा रहे हैं। अभी भी अगर वे सीढ़ियां चढ़ते या उतरते हैं तो उनकी सांसें फूलने लगती हैं। ऐसा लगता है कि शरीर में ऑक्सीजन का लेवल कम हो गया है। बातचीत के दौरान सौरभ ने अस्पताल में रहने के दौरान ICU से ट्विटर पर वीडियो पोस्‍ट किया था। इस पर सौरंभ ने कहा कि वह वीडियो मैसेज इसलिए किया क्योंकि उन्हें लगता था कि यह लड़ाई बहुत बड़ी है और हालात बहुत खराब हैं।

सबसे खतरनाक बात है कि ये अत्प्रयाशित है

आप विधायक ने बताया कि डॉक्टर कहा था कि रिकवरी में अभी थोड़ा समय लगेगा। कोरोना उनके रिश्तेदारों से मेरी बेटी को हुआ। इस फिर मुझे और पत्नी को हुआ। उन्हें लगता था वे पूरी तरह फिट हैं, अगर कोरोना हुआ भी तो भी कोई डरने की बात नहीं होगी। मगर इस बीमारी के बारे में सबसे खतरनाक बात है कि ये अत्प्रयाशित है। अब ऐसा लगता है कि आपको कोरोना से डरना चाहिए कि ये किसी को भी कितना भी बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है

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सीटी स्कैन में कोरोना संक्रमण ज्यादा निकला

इस बीमारी को लेकर झूठा आत्मविश्वास हानिकारक हो सकता है। कुछ लोग कहते है कि हमको क्या करेगा? ये सोच गलत है। उन्हें 13 अप्रैल को लक्षण आने शुरू हुए थे। 19 अप्रैल तक डॉक्टर से सलाह लेकर घर में रह रहा। बुखार आने पर दवाई लेता था और बुखार उतर जाता था। वह अस्पताल में एडमिट नहीं होना चाहते थे, मगर सीटी स्कैन में पाया गया कि कोरोना बहुत फैल गया है। उसी शाम उनका ऑक्सीजन लेवल गिरने लगा। उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया। अगले दो दिनों में उनकी हालत यह हो गई कि ऑक्सीजन लेवल कंट्रोल नहीं हो पा रहा था। इसके बाद उन्हें ICU में शिफ़्ट कराया गया। इस दौरान उनके पास खबर आ रही थी कि आपके जानने वाला कोई शख्स गुजर गया। ये बड़ा तकलीफ देने वाला था।


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