सीएम केजरीवाल ने कहा कि कोरोना संकट से निपटने के लिए डॉक्टर सरीन की अध्यक्षता में मैंने 5 डॉक्टरों की एक टीम बनाई थी। इस टीम ने अच्छा काम किया। सारे प्लान बनाकर अपनी रिपोर्ट हमें दे दी है। इस प्लान पर हमारी सरकार ने काम शुरू कर दिया है। अगर हर रोज कोरोना के 100, 500 या 1,000 कोरोना के केस भी हर रोज आए तो भी दिल्ली लोगों को अपनी सेवा देने के लिए तैयार है।
Coronavirus: मोदी के लॉकडाउन को लागू कर बस्तर के आदिवासियों ने पेश की मिसाल सीएम केजरीवाल ने कहा कि हमारा प्रयास कोरोना को न्यूनतम स्तर पर रोकने की है। इसके बावजूद अगर केस ज्यादा आए उसके लिए जरूरी बेड, एंबुलेंस, वेंटिलेटर, डॉक्टर, नर्स की व्यवस्था को पूरा करने की हमारी तैयारी है। हालांकि उम्मीद करते हैं ऐसी स्टेज कभी ना आए।
शुक्रवार को फेसबुक लाइव होेने के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शुरुआती दिनों में 224 रैन बसेरे कम पड़ रहे थे। 20 हजार लोगों का खाना कम पड़ रहा था। इस बात को ध्यान में रखते हुए हमारी सरकार ने दिल्ली में जहां शुक्रवार को दिल्ली में 2 लाख लोगों को खाना खिलाने की व्यवस्था की है वहीं शनिवार से 4 लाख लोगों को खाना खिलाया जाएगा। इसके लिए रैन बसेरों की संख्या 325 कर रहे हैं। इसके लिए सरकारी और निजी स्कूलों की मदद ले रहे हैं।
Lockdown: गुजरात से पलायन को मजबूर राजस्थान और एमपी के प्रवासी मजदूर दिल्ली के स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक Covid-19 की टेस्टिंग कर रहे निजी अस्पतालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही सभी फ्रंट लाइन स्वास्थ्यकर्मियों की अनिवार्य कोविड-19 की जांच की जा रही है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग हेल्थ वॉलंटियर की सेकेंड लाइन भी तैयार कर रहा है जिसके लिए सिविल डिफेंस वालंटियर, डोमेस्टिक ब्रीड चेकर्स और अन्य कर्मियों को प्रशिक्षित करने का भी कार्य भी किया जा रहा है।
बता दें कि दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या में 39 हो चुकी है, जिनका विभिन्न अस्पतालों इलाज चल रहा है।