रामलला विराजमान को नई जगह पर शिफ्ट करने के कार्यक्रम में किसी को भी आमंत्रित नहीं किया जा रहा है। कार्यक्रम बेहद संक्षिप्त और छोटा होगा, इसलिए सिर्फ 50 लोग ही इस मौके पर मौजूद रहेंगे। सूत्रों के मुताबिक सिर्फ स्थानीय साधु-संत और जनप्रतिनिधि और अधिकारी ही इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।
Video: माचिस की तीलियों से दिया जा रहा है कोरोना को रोकने का संदेश, आपकी एक पहल कर
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, अगर कोरोना ( Coronavirus in india ) का प्रभाव अप्रैल माह तक खत्म हो गया तो भूमि पूजन का कार्यक्रम बड़ा और भव्य होगा। जिसमें प्रधानमंत्री मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत मौजूद रह सकते हैं। इस बारे में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया, ‘राम जन्मभूमि पर 21 मार्च से अनुष्ठान शुरू हो जाएगा। सिर्फ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, स्थानीय सांसद, विधायक, मेयर, कुछ साधु-संत, विश्व हिंदू परिषद और ट्रस्ट के लोग ही 25 मार्च के कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। 25 मार्च का कार्यक्रम सुबह तड़के यानी ब्रह्म बेला में किया जाएगा। उसी समय रामलला को नए स्थान पर लाया जाएगा।’
सूत्रों ने जानकारी दी है कि कोरोना के असर को देखते हुए बड़ा कार्यक्रम भूमि पूजन के समय होगा। अब राम लाला के दर्शन 25 फुट की दूरी से किए जा सकेंगे। रामलला तक जाने वाले रास्ते को 150 फुट चौड़ा रखा गया है। व्हीलचेयर से भी जाने की व्यवस्था की जा रही है। भूमि पूजन का कार्यक्रम 30 अप्रैल को होगा।