
कोरोना वायरस: संक्रमण होने के बाद कितनी है बचने की संभावना?
नई दिल्ली। दुनिया भर में कोरोना वायरस ( coronavirus ) से मरने वालों की संख्या बढ़कर 6500 से ज्यादा हो गई है, जबकि कोरोना वायरस से 171,881 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
हालांकि इस बीच राहत पहुंचाने वाली खबर यह है कि 77,781 मरीज कोरोना के वायरस ( Coronavirus in india ) से मुक्त हो गए हैं। चीन के बाद कोरोना वायरस ( Coronavirus Infection ) के सबसे अधिक मरीज ईरान, इटली और दक्षिण कोरिया में मिले हैं।
यह जानलेवा बीमारी सबसे अधिक शिकार बुजुर्गों और बीमार लोगों को बना रही है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि कोरोना संक्रमित लोगों में से कितने लोगों की जान जा रही है।
रिसर्चर्स की मानें तो कोरोना वायरस के प्रति एक हजार व्यक्तियों में से 9 लोगों की मौत होने की आशंका है। लेकिन कोरोना संक्रमण के बाद किसी की मौत और किसी का बचना अलग-अलग कारकों पर निर्भर करती हैं।
इन कारकों में संक्रमित व्यक्ति की उम्र, लिंग, उसका स्वास्थ्य और निवास स्थान आदि मायने रखते हैं।
हालांकि कोरोना वायरस से संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या का आंकड़ा निकालना मुश्किल है। दुनिया के अलग-अलग देशों में इस समय कोरोना से जुड़ी मृत्यु दर अलग अलग सामने आ रही हैं।
लेकिन इसके लिए वायरस की अलग-अलग किस्में भी काफी हद तक जिम्मेदार हैं। दरअसल, किसी व्यक्ति के कोरोनाा संक्रमण के बाद उसके ठीक होने या मौत होने में एक समय अंतराल होता है।
क्योंकि अगर आप ऐसे ही मामलों को लें जिनमें अब तक कोरोना वायरस के लक्षण भी दिखाई नहीं दिए हैं तो आप मृत्यु दर कम पाएंगे।
कोरोना वायरस रस के कारण बुजुर्गों और बीमार लोगों में मौत का खतरा सबसे ज्यादा है। चीन के 44000 मामलों की स्टडी से पता चला कि कोरोना वायरस से बुजुर्गों की मृत्यु दर मध्य-उम्रवर्ग के लोगों की तुलना में 10 गुना अधिक है।
तीस साल से कम उम्र के लोग कोरोना वायरस से सबसे कम मरें। ऐसे से 4500 केसों में केवल 8 लोगों की मौत हुई।
Updated on:
18 Mar 2020 07:55 pm
Published on:
18 Mar 2020 07:49 pm
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