गुरुवार रात ग्यारह बजे तक 33 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना के 1.85 लाख नए मामले सामने आए हैं। हालांकि मौत के आंकड़े अब भी चिंता बढ़ाए हुए हैं। देश में बीते 24 घंटों में 3644 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
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कोरोना ने छीना माता-पिता दोनों का साया, आंध्र प्रदेश में एक मार्च से 135 बच्चे हुए अनाथ कोरोना वायरस की दूसरी लहर अब कमजोर पड़ रही है। कई राज्यों में लगाए गए लॉकडाउन और कर्फ्यू का असर भी दिखने लगा है। इसका सीधा असर नए मामलों में कमी के तौर पर देखने को मिल रहा है। हालांकि मौत के मामले अब भी 3 हजार से ज्यादा ही बने हुए हैं, जो चिंता का कारण है।
देश में गुरुवार को कोविड-19 के 1 लाख 85 हजार 997 नए मामले सामने आए। इस दौरान 3,644 लोगों की मौत संक्रमण की वजह से हुई। ये आंकड़े राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य विभागों की ओर से जारी किए गए थे।
सबसे ज्यादा केस तमिलनाडु से
बीते एक दिन में यानी गुरुवार को देश में सबसे ज्यादा केस दक्षिण राज्यों से सामने आए हैं। सबसे आगे तमिलनाडु है। तमिलनाडु स्वास्थ्य विभाग के मुताबित राज्य में कोरोना के 33,361 नए मामले सामने आए जबकि 474 लोगों की मौत हुई।
तमिलनाडु के बाद कर्नाटक में 24,214, केरल में 24,166 के सामने आए हैं। इनके बाद महाराष्ट्र का नंबर है जहां एक दिन में 21,273 मामले सामने आए हैं। जबकि आंध्र प्रदेश में 16,167, पश्चिम बंगाल में 13,046,
इन राज्यों में 10 हजार से कम मामले
कोरोना वायरस के 10 हजार से कम मामले वाले राज्यों में ओडिशा जहां 6,736 केस सामने आए, वहीं असम में 5,704, पंजाब में 3,914, राजस्थान में 3,454, उत्तर प्रदेश में 3,278 और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अब 1,072 नए केस सामने आए।
आपको बता दें कि इससे पहले बुधवार को देश में 2.11 लाख कोरोना के नए केस सामने आए थे। ऐसे में एक दिन में कोरोना से बड़ी राहत देखने को मिली है। वहीं केंद्र ने गुरुवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर मंद पड़ रही है और साथ उम्मीद जतायी कि आगामी दिनों में प्रतिबंधों में अधिक ढील देने के बावजूद भी मामलों में कमी जारी रहेगी।
यह भी पढ़ेंः कोरोना का कहर जारी, पंजाब और पश्चिम बंगाल समेत इन राज्यों में बढ़ाया गया लॉकडाउन चरणबद्ध तरीके से छूट पर विचारहालांकि अब भी देश में उपचाराधीन मामले बहुत ज्यादा हैं। केंद्र ने इस बात पर भी जोर दिया कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की ओर से प्रतिबंधों में किसी भी तरह की छूट को लेकर उचित समय पर चरणबद्ध तरीके से विचार किया जा सकता है।