महाराष्ट्र में Coronavirus से हाहाकार, मुख्यमंत्री ने बुलाई बैठक
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की नई लहर के दौरान रोज सामने आते रिकॉर्डतोड़ केस के बीच हालात बिगड़ रहे हैं। दवाओं-बेड-ऑक्सीजन-वैक्सीन की कमी की कई रिपोर्टें सामने आने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आ एक बैठक बुलाई है।
Coronavirus: Maharashtra most affected, CM Uddhav Thackeray to chair high level meeting
मुंबई। देश में कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में सरकार हालात को काबू में करने के लिए तमाम कोशिशें करने में जुटी है। प्रदेश में पिछले कुछ हफ्तों से कोरोना वायरस के मामलों में आ रहे उछाल को देखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बृहन्मुंबई नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में कोविड-19 स्थिति का आकलन करने के लिए शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक की अध्यक्षता करने वाले हैं। इस दौरान मुख्यमंतत्री उद्धव ठाकरे से यह भी उम्मीद की जा रही है कि वे बीएमसी की प्री-मॉनसून की तैयारियों के बारे में भी अपडेट लेंगे।
जरूर पढ़ें: 2015 में दी थी कोरोना महामारी की चेतावनी और अब बिल गेट्स ने की दो भविष्यवाणी दरअसल, कोविड-19 के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र फिलहाल एक ठहराव जैसे हालात पर पहुंच गया है क्योंकि राज्य सरकार ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कई ‘लॉकडाउन’ जैसे कई प्रतिबंध लागू किए हैं। इन प्रतिबंधों में सख्त रात का कर्फ्यू, सप्ताहांत में लॉकडाउन और राज्य भर में अनावश्यक आने-जाने पर प्रतिबंध भी शामिल है।
इस बीच राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार महाराष्ट्र में 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस के 61,695 नए मामले सामने आए जबकि 349 लोगों की मौत हो गई। वहीं, राज्य में अब तक सामने आए कुल पॉजिटिव केस की संख्या बढ़कर 36,39,855 पहुंच गई है, जिसमें 29,59,056 लोग रिकवर हो चुके हैं और 59,153 की मौत हो चुकी है। जबकि प्रदेश में फिलहाल कोरोना वायरस के एक्टिव केस की संख्या 6,20,060 पहुंच गई है।
महाराष्ट्र में आई कोरोना वायरस की इस नई लहर के दौरान सामने आ रहे रिकॉर्डतोड़ दैनिक मामलों के चलते प्रदेश में कई अस्पताल बेड और ऑक्सीजन के लिए तरस रहे थे। ऐसा ही हाल देश के कई राज्यों का है। देश पिछले दो दिनों से लगातार पूरी क्षमता से ऑक्सीजन का उत्पादन कर रहा है, लेकिन अब इसे इसके लिए आयात को चालू करना होगा। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि यह 50,000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आयात करने की योजना बना रहा है।