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Covid-19 ने पकड़ी तेज रफ्तार, मरीजों की संख्या डबल होने में लग रहे हैं सिर्फ 11 दिन

4 दिन पहले डबलिंग में लग रहा था 15 दिन का समय महाराष्ट्र, बंगाल, गुजरात, तमिलनाडु और दिल्ली के आंकड़े डराने वाले पहले कोरोना ग्रोथ रेट 4.8 फीसदी थी, अब 6.6 है

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नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से जिस तरह कोरोना वायरस ( coronavirus ) ने तेज रफ्तार पकड़ी है वो डराने बाले हैंं। केंद्र और राज्य सरकारों की सभी तैयारियां कोरोना के सामने दम तोड़ती नजर आ रही हैं। हालात यहां तक पहुंच गया है कि अब केवल 11 दिन में कोरोना के मरीज दोगुने होने लगे हैं। इतना ही नहीं अब कोरोना से मरने वालों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है।

खासकर महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, दिल्ली और पश्चिम बंगाल के हालात में सुधार न होना गंभीर चिंता का विषय हो गया है।

पिछले कुछ दिनों में कोरोना ( Covid-19 ) के मामले तेजी से बढ़े हैं। आर्थिक सलाहकार समिति की सदस्य रहीं शमिका रवि ( Shamika Ravi ) के मुताबिक भारत में कोरोना की विकास दर ( Corona Growth Rate ) अब 6.6 पर्सेंट हो गया है। 2 मई तक ग्रोथ रेट 4.8 फीसदी थी। कोरोना के केस 15 दिन में डबल हो रहे थे अब 11 दिन में डबल हो रहे हैं।

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प्रोफेसर शमिका रवि के मुताबिक देश में कोरोना के मामलों में अचानक बढ़ोतरी का कारण महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, गुजरात और तमिलनाडु की चिंताजनक स्थिति है। इन राज्यों या शहरों में कोरोना के मामले काफी तेजी से तो बढ़े ही हैं, साथ में मौत के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है। इन राज्यों में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग ( Contract Tracing and Testing ) के लिए कोई खास रणनीति नहीं है।

उन्होंने केरल के कासरगोड का उदाहरण देते हुए बताया है कि वहां 20 हजार लोगों का सैंपल लिया गया, जिसमें से 100 कोरोना पॉजिटिव निकले। जबकि मुंबई में 6 हजार सैंपल्स में से ही 100 कोरोना पॉजिटिव केस पाए गए।

शमिका के मुताबिक गुजरात, दिल्ली, तमिलनाडु और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में कोरोना की दूसरी वेव है, जोकि काफी खतरनाक है। इन राज्यों में पहले से ही कोरोना के मामले ज्यादा हैं।

बढ़ते आंकड़े को रोकने के लिए कंटेनमेंट, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग के बीच तालमेल बनाना होगा। अगर कंटेनमेंट और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग खराब है तो पॉजिटिव केसों की संख्या बढ़ती ही रहेगी। राज्यों की सरकारों को कोरोना के खिलाफ रणनीति बनाने के साथ-साथ उसका सख्ती से पालन भी करवाना होगा। सोशल डिस्टेंसिंग ( Social Distancing ) के नियमों का हर हाल में पालन कराना होगा।

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प्रोफेसर शमिका रवि ने महाराष्ट्र के हालात पर चिंता जताते हुए कहा है कि देश का यह राज्य कोरोना को नियंत्रित करने में पूरी तरह से फेल साबित हुआ है। इससे देश का औसत भी प्रभावित होगा।

आंकड़ों के आधार पर उन्होंने बताया कि 25 अप्रैल से 5 मई के बीच देश में कोरोना के कारण मौत की संख्या 10 लाख में 1.31 थी। वहीं अब महाराष्ट्र और गुजरात दोनों में ही यह संख्या 5 के पार पहुंच गई है। कोरोना की तेज रफ्तार को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भी दबाव में है। केंद्र सरकार ने अपनी 20 टीमें बुरी तरह प्रभावित देश के 20 अलग-अलग शहरों में भेजी हैं, जिससे वास्तविक स्थिति का पता लग सके।


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