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Coronavirus संकट के बीच अब ‘नार्वेस्टर’ का खतरा, जानें क्या है और कैसे कर सकता है विनाश?

Weather Alert: अप्रैल के मध्य से मई के मध्य तक आंधी तूफान के साथ होने वाली बारिश को नार्वेस्टर ( Norwester ) कहा जाता है। नार्वेस्टर को कालबैसाखी ( Kalbaisakhi ) भी कहा जाता है।IMD Alert: भारत में इसका सबसे ज्यादा प्रभाव पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में होता है। इस दौरान तेज हवाएं तूफान का रूप धारण कर लेती है और भारी तबाही मचा सकती है।Weather Forecast: मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में धूल भरी आंधी चलने की संभावना जताई है।

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नई दिल्ली।
Weather Alert: देश में कोरोना ( Coronavirus ) के बढ़ते मामलों ने सरकार और डॉक्टरों की चिंता बढ़ा दी है। वहीं, बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता को और बढ़ा दिया है। पिछले सप्ताह से आंधी-तूफान के साथ बारिश ( Rain Alert ) का दौर जारी है। देश के कई राज्यों में भारी बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों और आमजन को काफी नुकसान पहुंचाया है। बता दें कि अप्रैल के मध्य से मई के मध्य तक आंधी तूफान के साथ होने वाली बारिश को नार्वेस्टर ( Norwester ) कहा जाता है। नार्वेस्टर को कालबैसाखी ( Kalbaisakhi ) भी कहा जाता है। इसी दौरान होने वाली बारिश से बहुत ज्यादा नुकसान हो सकता है।

क्या होता है नार्वेस्टर या कालबैसाखी ? ( What is Norwester or Kalbaisakhi ? )
नार्वेस्टर या कालबैसाखी मुख्य तौर पर भारत और बांग्लादेश में सक्रिय होते हैं। जब मौसम अपना रौद्र रूप धारण कर लेता है और काल बन जाता है तो इसे नार्वेस्टर कहा जाता है।

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भारत में इसका सबसे ज्यादा प्रभाव पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में होता है। इस दौरान तेज हवाएं तूफान का रूप धारण कर लेती है और भारी तबाही मचा सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक, 15 अप्रैल से 15 मई के बीच का समय नार्वेस्टर या कालबैसाखी का कहलाता है। इसमें उत्तर-पश्चिम दिशा से आँधी व तूफान उठता है।

कई राज्यों में बारिश का दौर जारी ( IMD Weather Alert )
बता दें कि इस समय कई राज्यों में भारी बारिश, आंधी-तूफान सक्रिय हो रहे है। जिसके चलते तेज बारिश और ओलावृष्टि का कहर जारी है। इस समय पूर्वोत्तर राज्यों में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र सक्रिय है। इसी कारण इसका व्यापक असर कई राज्यों में दिखाई दे रहा है। स्काईमेट के मुताबिक अगले दो दिनों तक ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिमी बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की आशंका है, इस दौरान तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है।

धूल भरी आंधी का अलर्ट ( IMD alert )
मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में धूल भरी आंधी चलने की संभावना जताई है। विभाग के मुताबिक, पाकिस्तान और जम्मू कश्मीर के आसपास बन रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण देश के मौसम में बदलाव हो रहा है। जिसके कारण अगले तीन-चार दिनों में राजस्थान, गुजरात में धूल भरी आंधी आ सकती है।


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