
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर से सटे आसपास के समूचे इलाके की आबोहवा लगातार खराब होती जा रही है। इसलिए केजरीवाल सरकार को दिल्ली में हेल्थ इमरजेंसी का एलान करना पड़ा।
केजरीवाल सरकार ने एहतियात के तौर पर 5 नवंबर तक स्कूलों में भी छुट्टी की घोषणा भी की है।
इसके अलावा उन्होंने पंजाब, हरियाणा सरकार को पराली पर सख्ती से रोक लगाने को कहा गया हैै।
दिल्ली के पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा में लगातार पराली जलाए जाने के कारण दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता खराब स्तर पर पहुंच गई है।
जिससे लोगों की सेहत पर काफी असर पड़ रहा हैं। दिल्ली के साथ नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत में वायु गुणवत्ता स्तर 400 से 500 के आसपास बना हुआ है।
इस वजह से लोगों ने आंखों में जलन के साथ अन्य स्वास्थ्य संबंधी शिकायतें की हैं।
राजधानी दिल्ली की हवा जहरीली हो गई है। दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 470 पर है, जो कि खतरनाक स्तर है। दिल्ली की खराब हवा का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जहरीली हवा की गंभीरता से सरकार ने निर्माण कार्यो पर भी रोक लगा दी है।
इसके साथ ही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए आपात बैठक की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को हिदायत दी है कि जहां भी निर्माण कार्य किया जा रहा है उसे कवर किया जाए।
इसके अलावा जिन जगहों पर धूल हो वहीं पानी का छिड़काव किया जाए। दिल्ली-एनसीआर सटे करीबी इलाकों पर धुंध का गुबार देखा जा रहा है।
दिल्ली-एनसीआर में आज सुबह से स्मॉग छाया हुआ है, लोगों को सांस लेने में दिक्कत पेश आ रही है। दिल्ली सरकार 4 नवम्बर से ऑड-ईवन स्कीम को लागू करने जा रही है।
जिससे केजरीवाल सरकार ने प्रदषूण के स्तर में कमी आने की उम्मीद जताई है। दिल्ली सरकार का मानना है कि ऑड-ईवन स्कीम से दिल्ली में प्रदूषण 12 से 13 फीसदी तक घट सकता है।
पर्यावरण प्रदूषण (ईपीसीए) ने सभी राज्यों से बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय स्तर पर सख्ती बरतने के साथ-साथ निगरानी बढ़ाने, धूल उड़ने से रोकने और कचरा जलाने की घटनाओं पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने को कहा है।
Updated on:
02 Nov 2019 01:05 pm
Published on:
02 Nov 2019 11:52 am
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