बड़ी खबरः
दिल्ली के दो अस्पतालों में 358 कोरोना मरीजों की सांसें थमने में चंद घंटे बचे, ऑक्सीजन सप्लाई बंद दिल्ली के डिप्टी-सीएम मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कहा, “हम फिर से भारत सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह दिल्ली में ऑक्सीजन की आपूर्ति का कोटा बढ़ाए क्योंकि वर्तमान में लगभग 18,000 मरीज शहर के अस्पतालों में भर्ती हैं। मैंने कई अस्पतालों का दौरा किया है। यूपी, हरियाणा आदि के लोग भी यहां इलाज करवा रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “एक और मुद्दा ऑक्सीजन के परिवहन का है। मुझे एक रिपोर्ट मिली है कि हरियाणा के फरीदाबाद में एक स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी ने ऑक्सीजन परिवहन करने वाले एक ट्रक को रोक दिया, जिससे आपूर्ति में देरी हुई।”
सिसोदिया ने बताया, “कल भी हमें इसी तरह के परिवहन मुद्दे का सामना करना पड़ा, हमें एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री को फोन करना पड़ा, उसके बाद ही उन्होंने दिल्ली में ऑक्सीजन परिवहन शुरू करने में मदद की।”
काम की खबरः
कोरोना वायरस के कोहराम के बीच सामने आई बड़ी खुशखबरी, देश के दिग्गज डॉक्टर ने दी शानदार जानकारी वहीं, ऑक्सीजन आपूर्ति की कमी पर इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के एमडी पी शिवकुमार ने कहा, “स्थिति काफी विकट है। हमारे यहां जो आपूर्ति हुई हैं, वो शायद आज आधी रात तक हमें सपोर्ट दे सकेंगी। अगर समय पर सिलिंडरों को नहीं भरा गया, तो गंभीर संकट हो सकता है।”
उन्होंने आगे कहा, “हमें ऑक्सीजन की दैनिक आपूर्ति नहीं हो रही है जिसके कारण सिलिंडर फिर से नहीं भर पा रहे हैं। ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई है। हमारे पास लगभग 350 COVID-19 मरीज हैं और उन सभी को ऑक्सीजन की आवश्यकता है। दिल्ली सरकार यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि ऑक्सीजन की आपूर्ति समय पर हो।”
गौरतलब है कि दिल्ली के तीस हजारी स्थित सेंट स्टीफेंस अस्पताल में भर्ती 300 मरीजों को लगी ऑक्सीजन अब से कुछ ही देर में खत्म होने वाली है क्योंकि वहां सप्लाई करने वाली कंपनी लिंडे इंडिया ने आपूर्ति रोक दी है। जबकि सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती 58 कोरोना मरीजों के लिए भी अब करीब तीन घंटे की ऑक्सीन बची है। वहीं, मंगलवार को नासिक के एक अस्पताल में टैंक से ऑक्सीजन लीक होने के चलते 22 कोरोना मरीजों ने दम तोड़ दिया।