केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने एजेंसियों की कोशिशों को विफल बताया है। उन्होंने प्रवर्तन एजेंसियों को अपने प्रयासों में तेजी लाने को कहा गया है क्योंकि जन शिकायतों के प्रति उनकी प्रतिक्रिया अपर्याप्त पाई गई है। सीपीसीबी ने प्रवर्तन एजेंसियों को शिकायतों के त्वरित हल के लिए सोशल मीडिया से जुड़ने के लिए एक बार फिर से कहा है। बोर्ड ने एक बैठक के बाद ये बातें बताई हैं। उधर अधिकारियों ने कहा कि प्रदूषण का स्तर घटाने के लिए कृत्रिम बारिश का सहारा लिया जा सकता है क्योंकि मौसम की परिस्थतियां अनुकूल नहीं हैं। बता दें कि सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के मुताबिक अगले दो से तीन दिन मौसम भी हवा की गुणवत्ता के विपरीत रहेगा। ऐसे में वायु प्रदूषण की यह स्थिति बरकरार रहने का अनुमान है।
प्रदूषण को लेकर देश की सबसे बड़ी अदालत भी चिंतित है। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) से कहा कि उसके पास आई शिकायतों पर सुनवाई क्यों नहीं हुई। सुप्रीम कोर्ट ने सीपीसीबी को उसकी अधिकृत सोशल मीडिया साइट पर दिल्ली में वायु प्रदूषण के बारे में मिली कुल शिकायतों में से करीब 250 शिकायतों पर कार्रवाई नहीं करने वाले सरकारी अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने का निर्देश दिया है।