
नई दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा ( Delhi Violence ) के मद्देनजर यहां सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 7 मार्च तक स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। शिक्षा महानिदेशालय की ओर से जारी सर्कुलर के मुताबिक, उत्तर पूर्वी दिल्ली ( North East Delhi ) के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की वार्षिक परीक्षाओं को भी सात मार्च तक के लिए टाल दिया गया है। दिल्ली सरकार ( Delhi Goverment ) ने यह फैसला स्कूली छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया है। शिक्षा निदेशालय ( Directorate of education ) के मुताबिक, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के स्कूलों में वार्षिक परीक्षाएं आयोजित करने की नई तरीखों का ऐलान जल्द किया जाएगा।
दरअसल, उत्तर-पूर्वी दिल्ली ( North East Delhi ) के सभी स्कूल अब होली के बाद ही कक्षाएं व परीक्षाएं लेने के लिए खोले जाएंगे। स्कूल सात तारीख तक के लिए प्रशासन के द्वारा बंद कराए गए हैं। आठ तारीख को रविवार और इसके एक दिन बाद ही होली है। इसलिए अब प्रशासन होली के बाद परीक्षाओं की नई तारीख का ऐलान कर सकता है।
शिक्षा निदेशालय के मुताबिक, परीक्षाएं रद्द होने के बावजूद उत्तर-पूर्वी दिल्ली ( North East Delhi ) में स्कूल खुले रहेंगे और स्टाफ को रोज की तरह आने के लिए कहा गया है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली ( North East Delhi ) के अतिरिक्त दिल्ली में अन्य जगहों के स्कूलों में परीक्षाएं तय कार्यक्रम के तहत ही आयोजित की जाएंगी।
डायरेक्ट्रेट ऑफ एजुकेशन एग्जामिनेशन सेल ने शनिवार को सर्कुलर जारी करके कहा, "दिल्ली के उत्तर पूर्वी जिले की मौजूदा परिस्थितियों की वजह से इस क्षेत्र में अभी परीक्षाएं कराना अनुकूल नहीं है। छात्रों की मानसिक स्थिति का संज्ञान लेते हुए और उन्हें तनावमुक्त रखने के लिए संबंधित प्राधिकरण ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूल को छात्रों के लिए 7 मार्च तक बंद करने का फैसला लिया है।"
इससे पहले, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ( Central Board of Secondary Education ) ने हिंसा प्रभावित उत्तर-पूर्वी दिल्ली के स्कूलों में 28 फरवरी और 29 फरवरी को होने वाली परीक्षाएं टाल दी थीं। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा के चलते सीबीएसई ने यह कदम उठाया है। उत्तर पूर्वी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थकों और इसका विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के बीच शुरू हुई कहासुनी और मामूली झड़पों के बाद इलाके में 3 दिन तक जमकर हिंसा हुई। इस हिंसा में अब तक 42 लोगों की मौत हुई है, जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
Updated on:
01 Mar 2020 12:57 pm
Published on:
01 Mar 2020 07:53 am
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