
नई दिल्ली। कुछ महीनों पहले आपने सोशल मीडिया पर बीएसएफ के एक जवान तेज बहादुर यादव का वीडियो देखा होगा। यह वह वीडियो था जिसमें यह बीएसएफ जवान आर्मी में मिलने वाले खाने की शिकायत कर रहा था। उन दिनों यह वीडियो काफी वायरल हुई थी और इस पर काफी गहमागहमी भी हुई थी। इस वीडियो के वायरल होने के बाद थोड़ी दिनों बाद एक अफवाह फैली थी कि उसकी मौत हो गई है। लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हुई यह खबर झूठ निकली। तेज बहादुर इन दिनों कहां है और क्या कर रहे हैं?
इस समय जवान तेज बहादुर यादव इन दिनों 'फौजी एकता न्याय कल्याण मंच' नाम से एक एनजीओ चला रहे हैं। यह संस्था उस सैनिक की कानूनी मदद करती है जिस पर बिना किसी ठोस वजह के कार्रवाई की जाती है।
इसके अलावा यह एनजीओ किसी सैनिक के शोषण और प्रताड़ना की स्थिति में भी मदद करेगी। 'फौजी एकता न्याय कल्याण मंच' नाम की इस वेबसाइट पर सारी डिटेल्स है।
आपको बता दें कि तेज बहादुर ने फेसबुक पर 9 जनवरी 2017 को एक वीडियो पोस्ट किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि "हम किसी सरकार के खिलाफ आरोप नहीं लगाना चाहते, क्योंकि सरकार हर चीज, हर सामान हमको देती है। मगर आला अफसर सब बेचकर खा जाते हैं, हमको कुछ नहीं मिलता। कई बार तो जवानों को भूखे पेट सोना पड़ता है। मैं आपको नाश्ता दिखाऊंगा, जिसमें सिर्फ एक पराठा और चाय मिलती है। उसके साथ अचार नहीं होता। दोपहर के खाने की दाल में सिर्फ हल्दी और नमक होता है, रोटियां भी दिखाऊंगा। मैं फिर कहता हूं कि भारत सरकार हमें सब मुहैया कराती है, स्टोर भरे पड़े हैं, मगर वह सब बाजार में चला जाता है। इसकी जांच होनी चाहिए।"
तेज बहादुर यादव सेना ने बर्खास्त होने के बाद 21 अप्रैल 2017 को पहली बार अपने हरियाणा के रेवाड़ी जिले स्थित पैतृक गांव राता कलां में आए थे। उन्होंने कहा कि खराब खाने की शिकायतें होती भी है, तो दबा दी जाती है, क्योंकि ऊपर लेवल पर किसी तरह की कोई जांच नहीं हो सकती। इसीलिए शिकायत बाहर आने की संभावना भी कम हो जाती है। उन्होंने कहा था कि अगर किसी कि शिकायत आती है, तो ऐसे जवान की पोस्ट बदल दी जाती है या उसे कोर्स पर भेज दिया जाता है।
Published on:
15 Nov 2017 01:35 pm
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