
देश के चार राज्यों में बीते 12 घंटों में भूकंप के झटकों से थर्राई धरती
नई दिल्ली। देशभर के ज्यादातर इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सर्दी के इस सितम के बीच देश के चार राज्यों में बीते 12 घंटे में भूकंप ( Earthquake ) के झटके महसूस किए गए हैं। देर रात जहां दिल्ली ( Delhi ) में भूकंप के झटकों से धरती कांपी तो वहीं यूपी के कुछ जिलों नोएडा, गाजियाबाद में ये भी ये झटके महसूस किए गए। इसके साथ ही राज्सथान ( Rajasthan ) और मणिपुर ( Manipur ) में भी भूकंप के झटकों से धरती थर्राई है।
ये झटके इतने तेज थे कि लोगों को महसूस भी हुए और कुछ लोग तो घरों से बाहर भी निकल आए। आईए जानते हैं कि देशभर के ज्यादातर इलाकों में भूकंप के झटकों की क्या है बड़ी वजह।
दिल्ली-एनसीआर में जोरदार झटके
दिल्ली और उससे सटे उत्तर प्रदेश के जिलों में गुरुवार देर रात भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। देर रात करीब 11.46 मिनट पर भूकंप के झटकों से दिल्ली-एनसीआरवासी घबरा गए। भूकंप की तीव्रता 4.2 मापी गई।
भूकंप का केंद्र गुरुग्राम से 48 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम बताया जा रहा है। इससे पहले 2 दिसंबर को तड़के दिल्ली-एनसीआर में हल्के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
अप्रैल के बाद 15 से ज्यादा बार कांपी धरती
आपको बता दें कि अप्रैल के बाद दिल्ली-एनसीआर में इस बार 15 से ज्यादा बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस दौरान भूकंप का केंद्र दिल्ली के आसपास के इलाकों में ही था।
राजस्थान के सीकर में भी झटके
राजस्थान के सीकर जिले में भी बीते 12 घंटे में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस दौरान भूकंप की तीव्रता 3.0 मापी गई। यहां भूकंप के झटके गुरुवार शाम को महसूस किए गए। इस भूंकप का लेटिट्यूट नार्थ साइड में 27.40 और लॉगिट्यूट ईस्ट दिशा में 75.43 मापा गया है।
कांपी मणिपुर की धरती
देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर की धरती भी गुरुवार देर रात भूकंप के झटकों से कांपी। मणिपुर के पास मोइरंग में भूकंप की तीव्रता 3.2 रिक्टर स्कैल पर मापी गई। भूकंप का केंद्र मोइरंग, मणिपुर से 38 किलोमीटर दक्षिण में था। भूकंप भारतीय समयानुसार गुरुवार रात 10 बजकर 03 मिनट पर आया। ये भूकंप सतह से 36 किलोमीटर की गहराई में आया।
इसलिए बढ़ रहा भूकंप का खतरा
भारतीय उपमहाद्वीप में लगातार भूकंप दस्तक दे रहे हैं। 2001 में गुजरात के कच्छ क्षेत्र में आए भूकंप में हजारों की संख्या में लोग मारे गए थे। भारत में लगातार भूकंप और भूकंप के तगड़े झटके आने के पीछे बड़ी वजह है। दरअसल भारत तकरीबन 47 मिलीमीटर प्रति वर्ष की गति से एशियाई टेक्टॉनिक प्लेटों से टकरा रहा है।
इन टेक्टॉनिक प्लेटों में टक्कर के चलते ही भारतीय उपमहाद्वीप में अक्सर भूकंप आते रहते हैं।
Published on:
18 Dec 2020 08:36 am
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