
Earthquake Alert
नई दिल्ली। बिहार में राजधानी पटना समेत राज्य के कई जिलों में सोमवार की रात भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए।भूकंप के झटके रात के 9.25 बजे महसूस किए गए। जैसे ही भूकंप के झटके महसूस किए गए लोगों में दहशत फैल गई और लोग आनन-फानन में अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, जान-मान की कोई क्षति नहीं हुई। लेकिन इस भूंकंप से साल 1934 का रिक्टर स्केल पर 8.5 की तीव्रता वाले भूकंप की यादें ताजा हो गई। इस भूकंप में बिहार में 7153 और नेपाल में 8519 लोगों की मौत हुई थी।
कई राज्यों में मच सकती तबाही
वैज्ञानिकों के अनुसार बिहार में 1934 के भूकंप से भी अधिक तीव्रता वाला कोई बड़ा भूकंप कभी भी आ सकता है और अगर ऐसा हुआ तो भारी तबाही तय है।आइआइटी रुड़की के अर्थक्वेक इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रोफेसर एमेरिटस डॉ. आनंद एस आर्या मुताबिक, अगर ऐसा कोई भूकंप आता है तो दो लाख से अधिक लोगों की मौत हो सकती है। प्रोफेसर डॉ. आनंद के अनुसार से कभी ज्यादा रिक्टर स्केल का भूकंप आएगा, तो यह बिहार के सात-साथ कई राज्यों में तबाही मच सकती है।
दरारें हो चुकी हैं ज्यादा खतरनाक
वहीं जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक एसएन चंदेल बताते हैं कि ‘नेपाल में भूकंप आने के बाद हिमालय की निचले हिस्से में आई चट्टानों की दरारें ज्यादा खतरनाक हो चुकी हैं। आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन सच तो ये है कि हिमालय का विस्तार जितना ऊपर है उतना ही नीचे भी है। और हिमालय पर्वत की चट्टानों की जड़ें देश की राजधानी दिल्ली समेत पंजाब और राजस्थान तक फैली हैं। ऐसे में ये तय है कि आने वाले दिनों में भूकंप से बड़ी तबाही भी होनी है।’
500 साल से नहीं आया कोई बहुत बड़ा भूकंप
इसके अलावा आइआइटी कानपुर के सिविल इंजिनियरिंग विभाग के प्रो. जावेद एन मलिक ने कुछ साल पहले एक शोध किया था। इस शोध में उन्होंने बताया था कि दिल्ली से बिहार के बीच 7.5 से 8.5 के बीच की तीव्रता वाला कोई बड़ा भूकंप कभी भी आ सकता है। इस इलाके में कभी भी धरती बुरी तरह कांपेगी। पिछले 500 साल के दौरान गंगा के मैदानी क्षेत्र में कोई बहुत बड़ा भूकंप नहीं आया है।लेकिन ये कब आ जाएगा इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।
भूकंप से बचने के उपाय
बता दें भूकंप को आने से तो नहीं रोका जा सकता है लेकिन इस स्थिति में कुछ ऐसे काम हैं, जिनकी मदद से जान बचाई जा सकती है। सबसे पहले जब भूकंप आए आप घर से बाहर ही रहें। झटके खत्म होने तक ऊंची इमारतों व बिजली के खंभों आदि से दूर रहें। यदि आप गाड़ी चला रहे हैं तो उसे फौरन रोक दें । उपर से नीचे आने के लिए लिफ्ट का इस्तेमाल नहीं करें।
लेकिन भूकंप के दौरान अगर आप घर में हैं तो किसी मजबूत टेबल या दूसरे फर्नीचर के नीचे छिप जाएं। खिड़कियों, दरवाजों और दीवारों से दूरी रहें। अगर आप भूकंप के दौरान मलबे के नीचे दब जाएं तो माचिस नहीं जलाएं। क्योंकि गैस लीक होने का खतरा होता है।
Published on:
16 Feb 2021 04:52 pm
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