दिल्ली में सरकारी सैंटरों पर वैक्सीन की भारी किल्लत है। कोरोना की तीसरी लहर किसी भी समय आ सकती है। सबसे पहले वैक्सीनेशन की कमी को दूर करना चाहिए। अगर समय रहते सभी लोगों को वैक्सीन नहीं लग पाई तो आने वाली स्थित बहुत ही डरावनी हो सकती है।
नई दिल्ली। महामारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर में लहर ने देश भर में तबाही मचा रखी है। हालांकि पिछले कुछ दिनों से लॉकडाउन और सख्त गाइडलाइंस की वजह से दूसरी लहर धीरे-धीरे धीमी पड़ रही है। कोरोना पर काबू पाने के लिए सभी लोगों को वैक्सीन लगवाना बहुत जरूरी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सरकारी सैंटरों पर वैक्सीन की भारी किल्लत है। वहीं प्राइवेट हॉस्पिटल सेंटर पर वैक्सीन आसानी से उपलब्ध है। लेकिन प्राइवेट सेंटर में यह महंगी कीमत पर बेची जा रही है। इस वजह से बड़ी संख्या में वैक्सीन नहीं लगावा रहे है। एक्सपर्ट का कहना है कि वैक्सीन नहीं लगवाने के कारण तीसरी लहर काफी खतरनाक हो सकती है।
बिना वैक्सीन तीसरी लहर खतरनाक!
एम्स में एनेस्थिसियोलॉजी और क्रिटिकल केयर डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ. युद्धवीर सिंह दिल्ली में वैक्सीनेशन पर काफी चिंता जताई है। उनका कहना है कि अगर सभी लोगों को वैक्सीन नहीं लगी तो कोरोना की तीसरी लहर काफी खतरनाक हो सकती है। दिल्ली में बहुत कम लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लग पाई है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए वैक्सीनेशन की स्पीड को बढ़ाना बहुत जरूरी है। ताकि समय रहते सभी को डोज मिल सके।
वैक्सीन नहीं लगी तो हो सकता भारी नुकसान
मैक्स अस्पताल के डॉ. विवेका कुमार ने भी एक इंटरव्यू में बताया कि कोरोना की तीसरी लहर किसी भी समय आ सकती है। ऐसे में स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही पूरी तैयार कर लेनी चाहिए। सबसे पहले वैक्सीनेशन की कमी को दूर करना चाहिए। अगर समय रहते सभी लोगों को वैक्सीन नहीं लग पाई तो आने वाली स्थित बहुत ही डरावनी हो सकती है। इससे भारी नुकसान भी हो सकता है।
प्राइवेट सेंटर्स में वैक्सीन के मनमाने दाम
एक्सपर्ट ने सभी प्राइवेट सेंटर्स पर वैक्सीन लगाने के मनमाने दाम वसूलने पर चिंता जताई है। प्राइवेट हॉस्पिटल वैक्सीन के अलग-अलग कीमत तय कर रखी है। यह वैक्सीन 800 रुपए से लेकर 1000 रुपए और 1200 रुपए तक बेची जा रही है। पैसे वाले प्राइवेट हॉस्पिटल से वैक्सीन लगावा लेते है, लेकिन जिनके पास पैसे नहीं है वह सरकारी अस्पताल में ही चक्कर लगाते हैं और उनको वैक्सीन नहीं मिल पाती। सरकार को चाहिए कि वह इसमें दखल दे और प्राइवेट सेंटर्स में वैक्सीन के मनमाने चार्ज पर रोक लगाए। एक कीमत तय की जानी चाहिए। इससे ज्यादा से ज्यादा लोग वैक्सीन लगवा सकेंगे।