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20 हजार करोड़ के स्टाम्प पेपर घोटाले के दोषी अब्दुल करीम तेलगी का निधन

कर्नाटक के बेलगाम जिले के छोटे से कस्बे खानापुर में जन्मा तेलगी 1980 के दशक में रेलवे स्टेशन पर मूंगफली बेचता था।

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fake stamp paper racket kingpin Abdul Karim Telgi dies

telgi

बेंगलूरु। 20 हजार करोड़ रुपए के जाली स्टाम्प पेपर घोटाले के दोषी अब्दुल करीम तेलगी का सोमवार रात निधन हो गया। 11 साल जेल में बिताने वाले तेलगी ने बेंगलूरु के विक्टोरिया अस्पताल में सोमवार रात 8.30 मिनट पर आखिरी सांस ली। कर्नाटक के बेलगाम जिले के छोटे से कस्बे खानापुर में जन्मा तेलगी 1980 के दशक में रेलवे स्टेशन पर मूंगफली बेचता था। 1990 के दशक में उसने स्टाम्प पेपर का धंधा शुरू किया। नवंबर 2001 में अजमेर में उसे गिरफ्तार किया गया था। 2002-03 के दौरान नकली स्टाम्प पेपर रैकेट मामले में विशेष जांच दल ने कई फोनों पर उसकी बातचीत टेप की थी। इसके बाद करोड़ों रुपए के स्टाम्प पेपर घोटाले के मुख्य अभियुक्त अब्दुल करीम तेलगी को दोषी ठहराया गया।

2007 में सुनाई गई 30 साल की सजा
कोर्ट ने इस मामले में तेलगी को साल 2007 में 30 साल तक सश्रम कारावास की सजा सुनाई थी। जानकारी के मुताबिक तेलगी फर्जी स्टाम्प पेपर अपने एजेंटों के साथ मिलकर बनाता था और इन्हें कथित तौर पर बैंकों, बीमा कंपनियों और ब्रोकरेज फर्मों को बेच दिया था।

202 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया
साथ ही उस पर 202 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया था। पुणे के बंड गार्डन पुलिस थाने में 7 जून 2003 को दर्ज मामले की जांच के दौरान तेलगी के फर्जी स्टाम्प पेपर कारोबार का खुलासा हुआ और पुलिस ने भिवंडी से 2200 करोड़ और कफ परेड से 800 करोड़ रुपए के फर्जी स्टाम्प पेपर बरामद किए थे। तेलगी के खिलाफ देश भर में 39 से ज्यादा मामले दर्ज हुए थे जिसमें से यह सबसे बड़ा था। तेलगी के गिरोह में शामिल युवा वित्तीय संस्थानों से संपर्क कर उन्हें फर्जी स्टाम्प पेपर बेचा करते थे। इनमें से कई एमबीए डिग्रीधारक भी थे।

जेल में मिलता था वीआईपी ट्रीटमेंट
तेलगी को लेकर हाल ही में एक बड़ा खुलासा हुआ था। खबरों के मुताबिक उसे जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा था। बेंगलुरु की परप्पना अग्रहारा सेंट्रल जेल में उसे वीआईपी ट्रीटमेंट मिलने का खुलासा हुआ। बताया जाता है कि तेलगी को चार अन्य कैदी बॉडी मसाज देते थे। इसका खुलासा तत्कालीन डीआईजी (जेल) रूपा मुदगिल ने राज्य सरकार को भेजी अपनी रिपोर्ट में किया था। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि जेल में बंद तेलगी को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। तेलगी पर पहले भी जेल के अंदर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने के आरोप लग चुके थे। डीआईजी रूपा ने ही आय से अधिक संपत्ति मामले में सजा काट रहीं शशिकला के वीआईपी ट्रीटमेंट के लिए 2 करोड़ रुपये की घूस का खुलासा किया था।