किसान की मौत की खबर के बाद सीमा पर किसानों ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए। यह पहला मौका था, जब कानूनों के खिलाफ किसी किसान ने आत्महत्या की हो। इससे पहले किसानों के समर्थन में एक संत के अलावा एक और किसान आत्महत्या कर चुके है।
पीएम मोदी की उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया फैसला, 16 जनवरी से देशभर में शुरू होगा वैक्सीनेशन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सिंघु बॉर्डर पर शनिवार देर शाम जब मंच से वक्ताओं का कार्यक्रम खत्म हुआ। उसी समय पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से आए करीब 40 साल के अमरिंदर सिंह ने मंच के पीछे सल्फास खा लिया। वह चिल्लाते हुए मंच के सामने आया। कुछ बोलते-बोलते वहीं बेहोश होकर वहीं गिर पड़ा। उनके मुंह से झाग निकल रहा था।
उसे नजदीक के फ्रैंक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया। संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक, इलाज के दौरान शाम करीब साढ़े सात बजे उनकी मौत हो गई।