सीएम ने दावा किया कि धरना स्थलों से किसानों की आवाजाही के कारण गांवों में संक्रमण की रफ्तार तेज हुई है। मनोहर लाल खट्टर के अनुसार किसान बाद में अपनी इच्छा से प्रदर्शन दोबारा शुरू कर सकते हैं लेकिन अभी उन्हें इसे खत्म कर देना चाहिए।
धरना स्थगित करने की अपील सीएम ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर कहा कि अगर वे धरना दोबारा शुरू करने की इच्छा व्यक्त करते हैं तो वे स्थिति नियंत्रण में आने के बाद ऐसा करने को स्वतंत्र हैं। खट्टर के अनुसार उन्होंने एक माह पहले किसान नेताओं से धरना स्थगित करने की अपील की थी ताकि संक्रमण नहीं फैले।
बीते कई महीनों से किसान दिल्ली सीमा पर बैठे खट्टर ने कहा, ‘इन धरनों के कारण संक्रमण तेजी फैल रहा है।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि कई गांव संक्रमण के केंद्र के रूप में सामने आए हैं क्योंकि लोग नियमित रूप से धरना स्थलों से आवाजाही कर रहे हैं।’ गौरतलब है कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ बीते कई महीनों से किसान दिल्ली के सिंघू और टिकरी बार्डर के अलावा हरियाणा के कई स्थानों पर महीनों से धरना चल रहा है।
जरूरी कदम उठाए जा सकते हैं सीएम ने कहा, ‘उनके नेताओं को स्थिति को समझना चाहिए। उनसे कहा जा रहा है कि टीका लगवाएंगे लेकिन खुद अपनी जांच कराने को इच्छुक नहीं हैं। अगर वे जांच नहीं कराते हैं तो यह जानना कठिन होगा कि कौन संक्रमित है।’ किसानों को जांच के लिए सामने आना चाहिए ताकि मामले सामने के बाद उसके अनुरूप जरूरी कदम उठाए जा सकते हैं।
चिकित्सा प्रणाली पर भारोसा जताएं किसानों की जांच से इनकार करने का संदर्भ देते हुए सीएम ने कहा कि सभी को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा प्रणाली पर भारोसा रखने की आवश्यकता है। अगर हम शंकित रहना शुरू कर देंगे तो यह हमारी संकुचित मानसिकता को दर्शाता है। ऐसे में धरना स्थल पर बैठे किसानों से उनका आग्रह है कि वे अपनी जांच कराएं।