
पहली स्वदेशी एंटीजन किट को मिली मंजूरी
नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस ( coronavirus ) का खतरा लगातार बढ़ रहा है। देश में अब तक 12 लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। हालांकि इन सबके बीच एक राहत बात यह है कि देश में टेस्टिंग की रफ्तार भी तेजी से बढ़ रही है। इसी कड़ी में एक और बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ( ICMR ) ने दूसरे रैपिड एंटीजन किट को कोराना वायरस के इलाज के लिए मंजूरी दे दी।
इस किट को 'मायलैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस' ( Mylab Discovery Solution ) की ओर से तैयार किया गया है और यह भारत में बनी पहली टेस्ट किट है, जिसे मंजूरी ने मंजूरी दी है। आईए जानते हैं स्वदेशी एंटीजन किट ( Antigen Kit ) को मंजूरी मिल जाने से क्या फायदा होगा?
पैथोकैच कोविड-19 एंटीजन रैपिड टेस्टिंग किट' रखा नाम
देश की पहली स्वदेशी एंटीजन किट को 'पैथोकैच कोविड-19 एंटीजन रैपिड टेस्टिंग किट' ( pathocatch covid-19 antigen rapid testing kit ) नाम दिया गया है। ये किट पूरी तरह से भारत में तैयार और निर्मित की गई है।
450 रुपए कीमत
खास बात यह है कि यह किट तत्काल प्रभाव से ऑर्डर के लिए उपलब्ध होगी और इसकी कीमत 450 रुपये के करीब होगी।
महामारी से जंग में एक कोशिश
'मायलैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस' के प्रबंध संचालक हसमुख रावल ने कहा कि मायलैब की टीम इस महामारी से लड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
विदेशी किटों पर निर्भरता होगी कम
आरटी-पीसीआर टेस्ट को सस्ती दरों पर मुहैया कराकर हमने विदेशी किटों पर से निर्भरता कम की और अब हमने कोविड-19 टेस्टिंग को बढ़ाने के लिए कॉम्पैक्ट एक्सएल को लॉन्च किया है।
30 मिनट में आएगा परिणाम
एंटीजन-आधारित टेस्टिंग का उपयोग आरआरटी-पीसीआर के साथ-साथ देश के समग्र टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाने और रोगियों का इलाज करने के लिए किया जा रहा है।
इस किट की खासियत यह है कि ये रैपिड एंटीजन टेस्ट आरआरटी-पीसीआर की तुलना में कम वक्त लेता है, यानी RRT-PCR टेस्टिंग के लिए जहां पांच घंटे का वक्त लगता है, वहीं इस एंटीजन किट से नतीजे आने में सिर्फ 30 मिनट का समय लगता है।
लैब की जरूरत भी नहीं पड़ती
एंटीजन टेस्ट किट का एक फायदा यह भी है कि इसके लिए किसी प्रयोगशाला की जरूरत नहीं पड़ती। जबकि आरआरटी-पीसीआर टेस्टिंग के लिए प्रयोगशाला का होना आवश्यक है।
आपको बता दें कि वेल्लोर के क्रिश्चियन मेडिकल कॉलजे के वायरोलॉजी विभाग के पूर्व प्रमुख जैकब जॉन के मुताबिक संक्रमण की दर को रोकने का एक ही तरीका है कि हम ज्यादा से ज्याद जांच करें। अब माना जा रहा है कि एंटीजन किट के जरिए ये काम कुछ हद तक आसान होगा।
Published on:
23 Jul 2020 10:39 am
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