
नदियों का बढ़ा जलस्तर, बिहार के कई जिलों में बाढ़ का खतरा
नई दिल्ली। मानसून ( Monsoon ) के देशभर में 12 दिन पहले दस्तक देने के साथ ही कई राज्यों में भारी बारिश ( Heavy Rainfall ) ने हालात बिगड़ा दिए हैं। खास तौर पर बिहार में मानसून की दस्तक के बाद से बारिश का दौर लगातार जारी है। कई इलाकों में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है।
वहीं भारतीय मौसम विभाग ( IMD ) ने आने वाले 48 घंट तक प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस बीच बारिश के कारण गंगा ( Ganga River ), कावेरी समेत कई नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। नदियों के उफान पर आने से बिहार के कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
मौसम विभाग ने भी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर बिहार के करीब 17 जिलों को अलर्ट पर रखा है। कटिहार, बेगूसराय, मुंगेर और भागलपुर में नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
इन नदियों का बढ़ा जलस्तर
दरअसल बिहार के कई जिलों में पिछले तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है। यही वजह है कि गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। गंगा के साथ-साथ गंडक, बागमती नदियों का भी जलस्तर बढ़ा है।
हालांकि, प्रदेश की सभी नदियां फिलहाल खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं, पर सूबे में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। इसके अलावा नेपाल में लगातार बारिश की वजह से सीमा से सटे बिहार के कई इलाकों में भी नदियों में जलस्तर के बढ़ने के कारण बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, मुंगेर समेत कई जिलों में लोग सकते में हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इन जिलों में नदियों का जलस्तर पिछले कुछ दिनों में तेजी से बढ़ा है। अगर इन इलाकों में मूसलाधार बारिश होती है तो बाढ़ का खतरा हो सकता है।
घर से बाहर ना निकलने की अपील
मौसम विभाग की ओर से बिहार के कई जिलों में बारिश के साथ-साथ बिजल गिरने की आशंका जताई गई है। यही वजह है कि लोगों से कहा है कि वो अति आवश्यक काम ना हो तब तक घर से बाहर ना निकलें। आपको बता दें कि बिहार में बिजली गिरने की वजह से कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
जिलाधिकारी ने गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी देखते हुए संभावित बाढ़ के मद्देनजर तैयारी तेज कर दी है। ताकि किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटा जा सके।
Updated on:
27 Jun 2020 06:17 pm
Published on:
27 Jun 2020 05:45 pm
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